छतरपुर। सटई थाना क्षेत्र में एक महिला ने दो मासूम बच्चियों को कुएं में फेंक दिया। इसके बाद कुएं के पाट से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना में 10 महीने की बच्ची की मौत हो गई। जबकि एक अन्य बालिका को सकुशल बचा लिया गया।
जानकारी के अनुसार, पारवा गांव निवासी कन्हैया यादव पांच दिन पहले गांव से दूर पालतू पशुओं को चराने के लिए गया था। तब से घर नहीं लौटा। घर में पत्नी रानी यादव (25 साल) अपनी दो बेटियों और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ थी। रविवार दोपहर रानी अपनी दोनों बेटियों सोना (4 साल) और द्रोपदी (10 माह) को लेकर गांव से कुछ दूरी पर स्थित एक खेत में पहुंचीं। इसके बाद दोनों बेटियों को कुएं में फेंक दिया और फिर खुद कुएं के पाट से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
सास से विवाद होना बता रहे ग्रामीण
आसपास मौजूद लोगों ने कुएं से आवाजें सुनी तो मौके पर पहुंचे और सोना को सकुशल बचा लिया। जबकि द्रोपदी की पानी में डूबने मौत हो गई। बताया जाता है कि पति की गैरमौजूदगी में घर में सास और बहू के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ। सूत्रों के अनुसार महिला की सास ने उसका मोबाइल छीन लिया था, इससे महिला ने तैश में आकर यह आत्मघाती कदम उठाया। थाना सटई के प्रभारी प्रदीप सर्राफ का कहना है कि आत्महत्या के कारणों की जांच कर रहे हैं।
सोनी कुएं की ईंट में फंसी, इसलिए बच गई जान
बताते हैं कि जब महिला ने दोनों बेटियों को कुएं में फेंका तो द्रोपदी की पानी में डूब जाने से तुरंत मौत हो गई। जबकि सोना किसी ईंट में फंसकर लटक गई। ग्रामीणों ने उसकी आवाज सुनी तो दौडक़र उसको बचा लिया।