भोपाल। मध्यप्रदेश में आज से कॉलेज अनलॉक हो गए हैं। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर का कहर कम होने के बाद स्टूडेंट्स कॉलेज पहुंच रहे हैं। उच्च शिक्षा विभाग के निर्देश अनुसार कॉलेजों में प्रोफेसर व स्टॉफ शत-प्रतिशत और स्टूडेंट की 50 फीसदी उपस्थिति होगी। वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट दिखाने के बाद ही स्टूडेंट को कॉलेज में प्रवेश दिया जा रहा है। स्टूडेंट्स कोरोना गाइडलाइन का पालन कर रहे हैं। सभी मास्क पहनकर ही कॉलेज आ रहे हैं। कॉलेजों में छात्र-छात्राओं के प्रवेश के लिए माता-पिता की लिखित सहमति अनिवार्य है।
घर बैठे ही सेकंड ईयर में पहुंच गए
मोतीलाल विज्ञान महाविद्यालय में बीएससी सेकंड ईयर की छात्रा कामिनी ने बताया कि आज पहले दिन कॉलेज आ कर अच्छा लग रहा है। कोरोना काल में हमारी पढ़ाई का काफी नुकसान हुआ है। हम फर्स्ट ईयर से सेकंड ईयर में आ गए हैं। क्लास में पढ़ाई और ऑनलाइन पढ़ाई में काफी अंतर होता है। ऑनलाइन क्लास से हमारी पढ़ाई पर काफी असर पड़ा है। अब हमें इसे कवर करने में काफी समय लगेगा।
अब कॉलेज लाइफ एंज्याय करेंगे
मोतीलाल विज्ञान महाविद्यालय के ही बीएससी के स्टूडेंट विकास साहू ने बताया कि अब हम सेकंड ईयर में कॉलेज आ रहे हैं। अब हम कॉलेज का माहौल देखेंगे। कॉलेज कैसा होता है। टीचर्स से फेस टू फेस कॉन्टैक्ट होगा। अभी तो हम सिर्फ ऑनलाइन ही पढ़ रहे थे। इससे पढ़ाई पर भी असर हुआ है। अब कॉलेज खुल गए हैं तो यहां क्लास में पढ़ाई करेंगे। मैं और मेरे जैसे 12वीं पास सभी स्टूडेंट एक साल की कॉलेज लाइफ एंज्याय नहीं कर पाए हैं।
MP में आज से कॉलेज Unlock, डेढ़ साल बाद कॉलेज पहुंच रहे स्टूडेंट्स#Bhopal #CollegeUnlock #Students pic.twitter.com/VAO3WKQPco
— Peoples Samachar (@psamachar1) September 15, 2021
यह सावधानियां बरती जा रही हैं
कोरोना से बचाव के लिए लाइब्रेरी में भी लिमिटेड स्टूडेंट को इंट्री दी जा रही है। 50 फीसदी स्टाफ और स्टूडेंट के साथ कॉलेज की लाइब्रेरी खोली गई है। कॉलेज परिसर में सीसीटीवी कैमरों से सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क और सैनिटाइजेशन की निगरानी की जा रही है। थर्मल स्क्रीनिंग के बाद स्टूडेंट को कॉलेज में एंट्री दी जा रही है। स्टूडेंट और कॉलेज स्टाफ के अलावा किसी भी व्यक्ति को कॉलेज परिसर में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है।
कॉलेजों में ही लगाए जाएंगे वैक्सीनेशन कैंप
इससे पहले गुरुवार को उच्च शिक्षा विभाग ने आदेश जारी कर दिये थे। जिसके मुताबिक प्रोफेसर्स, स्टाफ और स्टूडेंट का वैक्सीनेशन अनिवार्य रहेगा। अगर स्टाफ का कोई व्यक्ति और स्टूडेंट्स वैक्सीनेशन नहीं करा सके हैं तो उनके लिए कॉलेजों में ही वैक्सीनेशन कैंप लगाए जाएंगे। ताकि 100% स्टाफ वैक्सीनेट हो सके। कॉलेज के सभी स्टाफ और स्टूडेंट को आरोग्य सेतु एप पर अपने स्वास्थ्य की जानकारी रोजाना अपलोड करनी होगी।