
राजीव सोनी।भोपाल मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनाव की जंग के लिए पहले चरण की आधा दर्जन सहित अन्य सीटों पर धुंआधार प्रचार अभियान चल रहा है। इस बीच चौंकाने वाली खबर यह है कि मिशन-29 को सफल बनाने में जुटी भाजपा ने इस बार अपने स्टार प्रचारकों के ‘हवाई- बेड़े’ में कटौती कर दी है। कटौती भी ऐसी कि विस चुनाव 2023 में पार्टी ने 10 हेलिकॉप्टर किराए पर लिए थे, इस बार ये संख्या 2 पर आ गई है। विधानसभा चुनाव 2023 के दौरान भाजपा ने प्रदेश के हर जिले तक नेताओं की सभाएं और रोडशो कराने के लिए 10 हेलिकॉप्टर और 5 चार्टर प्लेन किराए पर उठाए थे। लेकिन मौजूदा चुनाव में भाजपा हाईकमान की सख्ती से 2 हेलिकॉप्टर और 2 चार्टर प्लेन ही उड़ान भर रहे हैं।
ज्यादातर जगहों पर रोड शो
पार्टी सूत्रों का कहना है कि दिल्ली से आने वाले स्टार प्रचारक केंद्रीय कार्यालय की व्यवस्था से उपलब्ध कराए जा रहे उड़न खटोलों से काम चला रहे हैं। भाजपा ने अपनी इलेक्शन कैंपेन की रणनीति में भी बदलाव किया है। रणनीति में बदलाव के तहत इस बार पार्टी ने रोड शो और छोटी सभाओं पर ज्यादा फोकस किया है।
बदलाव की 3 वजह
- इस बार पार्टी का छोटी सभाओं पर फोकस।
- किराए में बढ़ोतरी, 6 माह पहले से बुक हो गए उड़न खटोले।
- हाईकमान की सख्ती से अचानक कम की संख्या।
हेलिकॉप्टरों की डिमांड ज्यादा
एविएशन कारोबार से जुड़े लोगों का कहना है कि चुनावी मौसम में सभी राज्यों से डबल इंजन के चार्टर प्लेन और हेलिकॉप्टर की भारी डिमांड है। भाजपा सहित कुछ अन्य दलों ने छह माह पहले से बुकिंग कर ली है। अचानक किसी को जरूरत पड़ रही है तो हेलिकॉप्टर उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं। यही कारण है कि इस बार उड़न खटोले और प्लेन के किराए में औसतन 15 फीसदी बढ़ोतरी हुई है।
प्राइवेट जेट का साढ़े 4 लाख रुपए प्रति घंटे किराया
प्राइवेट जेट के लिए इस समय 4 से साढ़े 4 लाख रुपए प्रति घंटे का रेट चल रहा है। हेलिकाप्टर का किराया अधिकतम 3 लाख रुपए प्रति घंटे चल रहा है। विस चुनाव की तुलना में किराए में 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो गई है। एक कारण यह भी है कि ज्यादातर उड़न खटोले तेल एवं गैस क्षेत्र के लिए पहले से बुक हो चुके हैं, डिमांड भी ज्यादा है।
प्रमुख एविएशन कंपनियां
देश में प्राइवेट प्लेन और हेलिकॉप्टर किराए पर उपलब्ध कराने वाली कंपनियों में प्रमुख रूप से एयरो, ओला,सारथी, पवन हंस, ग्लोबल विक्ट्रा, हेलिगो चार्टर्स और हेरिटेज एविएशन आदि शामिल हैं।
भाजपा का हवाई बेड़ा
- लोकसभा चुनाव- 2024, विमान 2 हेलिकॉप्टर-2
- विधानसभा चुनाव- 2023, विमान 4 हेलिकॉप्टर 10
- लोकसभा चुनाव- 2019, विमान 3 हेलिकॉप्टर 5
ध्वस्त कांग्रेस के सामने कम हो गई संसाधनों की जरूरत
जमीन पर कांग्रेस के न होने से हमारी हवाई आवश्यकता वैसे ही कम हो गई है। ध्वस्त कांग्रेस के सामने चुनाव लड़ने के लिए कम संसाधनों की जरूरत है, इस बात को नकारा नहीं जा सकता। पूरा चुनाव इकतरफा हो गया है। – हितेष वाजपेयी,प्रवक्ता मप्र भाजपा