
भोपाल। देश का दिल कहे जाने वाले ”मध्य प्रदेश” का आज 01 नवंबर 2023 को 68वां स्थापना दिवस मनाया जाएगा। हालांकि, इस साल आदर्श आचार संहिता लागू होने के कारण बुधवार को मध्य प्रदेश स्थापना दिवस पर बड़े कार्यक्रम आयोजित नहीं किए जा रहे हैं। सिर्फ राष्ट्रगीत, राष्ट्रगान और मध्य प्रदेश गान का आयोजन होगा।

रंगीन रोशनी से जगमग हुए सरकारी भवन
मध्य प्रदेश का स्थापना दिवस बुधवार को पूरे प्रदेश में मनाया जाएगा। लेकिन, विधानसभा चुनाव की आदर्श आचार संहिता प्रभावी होने के कारण बड़े कार्यक्रम आयोजित नहीं किए जा रहे हैं। मंत्रालय स्थित सरदार वल्लभ भाई पटेल पार्क में राष्ट्रगीत, राष्ट्रगान और मध्य प्रदेश गान का सामूहिक गायन 11 बजे होगा। इस अवसर पर संस्कृति विभाग की टीम द्वारा देश भक्ति गीतों की प्रस्तुति भी दी जाएगी।
इसमें मंत्रालय, सतपुड़ा एवं विंध्याचल भवन के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहेंगे। सामान्य प्रशासन विभाग ने सभी अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव एवं विभागाध्यक्षों को उपस्थित रहने के निर्देश दिए हैं। वहीं, सभी कलेक्टरों को भी इसी तरह कार्यक्रम करने के लिए कहा गया है। उधर, शहर के सभी सरकारी भवन रंगीन रोशनी से जगमग हो रहे हैं। स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर मप्र विधानसभा भवन जगमगाता नजर आया।
1 नवंबर 1956 को अस्तित्व में आया मध्य प्रदेश
सन् 1956 में राज्यों के पुनर्गठन के फलस्वरूप 1 नवंबर 1956 को नया राज्य मध्य प्रदेश अस्तित्व में आया। केंद्रीय भारतीय एजेंसी से ही मध्य भारत, विंध्य प्रदेश और भोपाल राज्य की स्थापना की गई। 1956 में मध्य भारत, विंध्य प्रदेश और भोपाल को मध्य प्रदेश राज्य में शामिल कर लिया गया। मराठी बोलने वाले दक्षिण क्षेत्र विदर्भ में नागपुर जोड़कर इसे बाम्बे राज्य में शामिल कर लिया गया। सबसे पहले जबलपुर को राज्य की राजधानी बनाया गया, लेकिन अंतिम क्षण में राजनीतिक दबाव की वजह से ऐसा नहीं हो सका और भोपाल को राज्य की राजधानी बनाया गया। छत्तीसगढ़ शामिल रहते देश का सबसे बड़ा राज्य मध्य प्रदेश ही था। लेकिल, 31 अक्टूबर को मध्य प्रदेश का विभाजन करके 1 नवंबर 2000 को देश के 26 वें राज्य के रूप में छत्तीसगढ़ का गठन किया गया।