
सोहागपुर। इन दिनों वन विभाग मढई और आसपास के जंगलों में स्कूली छात्र-छात्राओं को अनुभूति कार्यक्रम के तहत जंगलों की सैर कराई जा रही है और वन्य प्राणी संरक्षण और संवर्धन से संबंधित जानकारी मुहैया कराई जा रही है। जिसमें समाज और शासन के वरिष्ठ अधिकारियों का मार्गदर्शन भी दिलाया जा रहा है, जिससे वर्तमान के साथ-साथ आने वाली पीढ़ी भी जल, जंगल, जमीन को संरक्षित रखने के अपने महत्वपूर्ण दायित्व को निभा सकें।
बता दें कि न्यायमूर्ति सुरेश कुमार कैत सोमवार को मढ़ई पहुंचे थे। जहां पर क्षेत्र संचालक राखी नंदा के निवेदन पर अनुभति कार्यक्रम में शामिल हुए।
अनुभूति कैंप में छात्र-छात्राओं को मिला मार्गदर्शन
इस दौरान मध्य पदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति सुरेश कमार कैत का मार्गदर्शन भी अनुभूति कैंप में स्कूली छात्र-छात्राओं को मिला। उन्होंने कहा कि अपने सपने के साथ खेलिए, सोइए, आप जो बनाना चाहते हैं जरूर बनेंगे।
वन और वन्य प्राणी संरक्षण हम सबका दायित्व
न्यायमूर्ति सुरेश कमार ने यह भी कहा डॉ. भीमराव अंबेडकर ने लड़कियों को पढ़ाने की बात कही थी। प्रकृति बचाने की बात पर सुरेश कमार ने बच्चों को संदेश देते हुए कहा कि पर्यावरण संरक्षण वर्तमान और भविष्य की बड़ी जरूरत है, जिसमें बच्चों की भूमिका अहम है। वन और वन्य प्राणी संरक्षण हम सबका दायित्व है। उन्होंने कहा हमें फटाके नहीं जलाना है। इसके बदले किसी जरूरतमंद को पेन, किताब, कॉपी आदि का दान कर दें।
छात्राओं ने नुक्कड़ नाटक ‘पेड़ बचाओ’ किया प्रस्तुत
इस कार्यक्रम में कामती, टेकापार एवं सियारखेड़ा के करीब 125 विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। इस दौरान बच्चों ने प्रकृति विषय पर ड्राइंग बनाई। वहीं, कामती की छात्राओं ने नुक्कड़ नाटक ‘पेड़ बचाओ’ प्रस्तुत किया। विभाग ने हम भी बाघ के अंतर्गत बाघ के स्वरूप में कमलेश कहार ने अभिनय किया।
बच्चों को वन रक्षक राजेश पटेल, बलवंत राजपूत ने जैव विविधता एवं वन्य प्राणियों के संबंध में जानकारी दी। इस कार्यक्रम में फील्ड डायरेक्टर राखी नंदा, एसडीओ अंकित जामोद, रेंजर पी एन ठाकुर, डिप्टी रेंजर एन एस अलावा अनिल मालवीय, सोहागपुर नगर पचायतअध्यक्ष प्रतिनिधि यशवंत पटेल, उपाध्यक्ष आकाश रघुवंशी, राजेश शुक्ला, विजय छाबड़िया, जगदीश अहिरवार, जगदीश कसेरा, सहित शिक्षक एवं स्टाफ सदस्य मौजूद रहे।