
खरगोन। मध्य प्रदेश के खरगोन जिले के भीकनगांव में लोकायुक्त इंदौर की टीम ने एक वनरक्षक को आज 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा है। वनरक्षक रामलाल सिटोले ने जेसीबी मशीन पर कार्रवाई नहीं करने के एवज में 50 हजार रुपए की रिश्वत रिश्वत मांगी थी।
पहले मांगे थे 50 हजार, फिर…
लोकायुक्त पुलिस के अनुसार, खरगोन जिला मुख्यालय से करीब 40 किमी दूर वन रेंज के कांझर बीट के वनरक्षक रामलाल सिटोले को लोकायुक्त इंदौर ने 10 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़ा है। शिकायतकर्ता सिद्धार्थ गौड़ से जेसीबी मशीन पर कार्यवाही नहीं करने की एवज में वनरक्षक सिटोले ने 50 हजार रुपए की रिश्वत रिश्वत मांगी थी। शिकायतकर्ता के 50,000 रुपए नहीं दे पाने के चलते 20 हजार रुपए देने पर सहमति बनी थी। जिसकी शिकायत लोकायुक्त इंदौर कार्यालय में की गई।
खेत समतल करने से रोकी जेसीबी
लोकायुक्त डीएसपी इंदौर दिनेश पटेल का कहना है शिकायतकर्ता सिद्धार्थ ने शिकायत की थी कि उसकी जेसीबी मशीन दिनेश के खेत पर समतल करने के लिए चल रही थी। वनरक्षक रामलाल सिटोले ने वन्य भूमि का हवाला देते हुए जेसीबी चलाने के एवज में 20 हजार रुपए की रिश्वत मांगी और काम बंद करवा दिया।
वनरक्षक को रंगे हाथ दबोचा
शिकायत प्राप्त होने पर इंदौर लोकायुक्त टीम ने शुक्रवार को 10 हजार रुपए लेते हुए वनरक्षक को रंगे हाथ पकड़ा गया। सर्किट हाउस भीकनगांव में कार्रवाई की गई। आरोपी वनरक्षक के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है।