
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में रिश्वतखोरी का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला जबलपुर (Jabalpur) में सामने आया है। जबलपुर लोकायुक्त की टीम ने बिजली विभाग के जूनियर इंजीनियर को 13 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। आरोपी जूनियर इंजीनियर ने किसान से 5 एचपी के विद्युत कनेक्शन के एवज में रिश्वत मांगी थी। इससे पहले झाबुआ जिले में आज सुबह लोकायुक्त पुलिस ने एक पुलिसकर्मी को 20 हजार घूस लेते पकड़ा था।
स्थाई विद्युत कनेक्शन के लिए मांगी घूस
जानकारी के मुताबिक, जबलपुर के पुरवा जोन कार्यालय में पदस्थ जूनियर इंजीनियर लक्ष्मी नारायण पाटिल ने मूलचंद पटेल नाम के किसान से 13 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। जूनियर इंजीनियर द्वारा कृषि कार्य में उपयोग आने वाले 5 एचपी के स्थाई विद्युत कनेक्शन के लिए किसान से रुपए की मांग की।
रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों दबोचा
आवेदक किसान मूलचंद पटेल कुशवाहा निवासी तिलवारा घाट ने इसकी शिकायत जबलपुर लोकायुक्त में कर दी, जिसके बाद लोकायुक्त की टीम ने जाल बिछाकर रिश्वतखोर इंजीनियर को रंगे हाथों ट्रेप करने के योजना बनाई। इसके बाद मंगलवार को जूनियर इंजीनियर को 13 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों दबोच लिया।
आगे की कार्रवाई जारी
कार्रवाई करने वालों में उप पुलिस अधीक्षक दिलीप झरबड़े, निरीक्षक स्वप्रिल दास, निरीक्षक मंजू किरण तिर्की, निरीक्षक रंजीत सिंह मौजूद रहे। इस मामले में इंजीनियर के खिलाफ आगे की कार्रवाई की जा रही है। इसके अलावा उनसे पूछताछ कर और मामलों की जानकारी भी ली जा रही है।
झाबुआ में ASI घूस लेते पकड़ाया
इससे पहले झाबुआ जिले की अंतर बेलिया चौकी प्रभारी (ASI) राजेंद्र शर्मा को इंदौर लोकायुक्त टीम ने 20 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। जानकारी के मुताबिक, अंतर बेलिया पुलिस चौकी प्रभारी राजेंद्र शर्मा ने ग्राम खुटाया के रमेश मुनिया से गांजे के पौधे की एनडीपीएस एक्ट में सह अभियुक्त नहीं बनाने के एवज में 50 हजार की रिश्वत मांगी थी। जिसकी शिकायत रमेश मुनिया ने इंदौर लोकायुक्त पुलिस से की थी।
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