बेरूत। लेबनान में सिलसिलेवार विस्फोट रुकने का नाम नहीं ले रहा है। हिजबुल्लाह मेंबर्स के पेजर, वॉकी-टॉकी और सोलर एनर्जी सिस्टम में धमाके हुए हैं। इसके बाद अब लेबनान के नागरिक विमानन प्राधिकरण ने बेरूत के राफिक हरीरी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान भरने वाली सभी फ्लाइट्स में पेजर और वॉकी-टॉकी पर प्रतिबंध लगा दिया है।
एयरलाइन यात्रियों को करें सूचित
लेबनान में पेजर में हुए धमाकों के एक दिन बाद बुधवार को भी देश के कई हिस्सों में इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में विस्फोट की घटनाएं हुईं जिनमें कई लोगों की मौत हो गई और 3 हजार से अधिक लोग घायल हो गए। प्राधिकारियों ने सभी एयरलाइन कम्पनियों से कहा है कि वे एयरपोर्ट का उपयोग करने वाले यात्रियों को सूचित करें कि जेट विमानों में पेजर और वॉकी-टॉकी ले जाना “अगली सूचना तक” प्रतिबंधित है। इसने कहा कि यात्रियों के पास पाए जाने वाले ऐसे उपकरणों को जब्त कर लिया जाएगा।
नसरुल्लाह ने सीरियल धमाकों को लेकर दी कड़ी प्रतिक्रिया
लेबनान के सशस्त्र समूह हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरुल्लाह ने सीरियल धमाकों को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। पेजर और वॉकी-टॉकी ब्लास्ट के बाद अपना पहला भाषण दिया और नसरल्लाह ने धमाके में मारे गए लोगों के प्रति दुख जताया है। नसरुल्लाह ने पेजर धमाकों के बाद इजरायल को कड़े लहजे में धमकी देते हुए कहा कि इसे जंग का ऐलान समझा जाए। गुरुवार को दिए अपने भाषण में नसरल्लाह ने कहा कि उन्हें इस धमाके से अभूतपूर्व झटका लगा है। इजराइल ने इन हमलों के साथ सारी हदें पार कर दी हैं। उन्होंने स्वीकार किया कि हिजबुल्लाह के सदस्यों को 4,000 से ज्यादा पेजर वितरित किए गए थे, जो मंगलवार रात को पूरे लेबनान में एक साथ फट गए, जिसके लिए सशस्त्र समूह ने इजरायल को जिम्मेदार ठहराया है
लेबनान में तीन धमाका
मंगलवार (17 सितंबर) को पहला धमाका : करीब 3000 पेजर में ब्लास्ट से 12 लोगों की गई जान।
बुधवार (18 सितंबर) को दूसरा धमाका : वॉकी-टॉकी में ब्लास्ट से 25 लोगों की मौत।
गुरुवार (19 सितंबर) को तीसरा धमाका : सोलर सिस्टम में धमाका से 6 लोग घायल हुए।
फोन के इस्तेमाल से बच रहे लोग
तीसरे दिन लेबनान की राजधानी बेरूत के कई घरों में होम सोलर एनर्जी सिस्टम में धमाके किए गए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सोलर सिस्टम में हुए धमाकों से शहर के ऊपर धुएं की चादर छा गई है। इसे लेकर लोग खासे परेशान नजर आ रहे हैं। काले और धुएंदार आसमान को देखना लोगों में दहशत पैदा कर रहा है। इन सब घटनाओं से आम लोगों के खौफ का आलम ये है कि लोग फोन जैसे डिवाइस के साथ-साथ, रोजमर्रा में काम आने वाले जरूरी तकनीकी उपकरणों के इस्तेमाल से बच रहे हैं।
धमाकों का एक खास पैटर्न
ईरान समर्थक हिजबुल्लाह मेंबर्स के तकनीकि डिवाइसेस में यह विस्फोट 17 सितंबर से शुरू हुए। पहले दिन पेजर में हुए धमाकों के बाद 12 लोगों की मौत हो गई, वहीं लगभग 3000 लोग घायल हो गए। उसके अगले ही दिन 18 सितंबर को वॉकी-टॉकी में हुए विस्फोट के कारण 20 मौतें हुई और 450 से अधिक लोग घायल हुए। आज यानी 19 सितंबर को सोलर सिस्टम में धमाके हुए।
बता दें कि हिजबुल्लाह इजराइल सेना और मोसाद को चकमा देने के लिए पेजर और वॉकी-टॉकी उपकरणों का इस्तेमाल कर रहा था, क्योंकि इसे ट्रेस करना लगभग न के बराबर है।
आखिर क्या है हिजबुल्लाह
हिजबुल्लाह लेबनान का एक प्रभावशाली शिया मुस्लिम संगठन है, जिसकी स्थापना 1980 के दशक की शुरुआत में ईरान ने इजराइल का विरोध करने के लिए की थी। इजराइल द्वारा दक्षिणी लेबनान पर कब्जा करने के दौरान, हिजबुल्लाह संगठन ने हथियारों के साथ इजराइली और अमेरिकी सेनाओं पर घातक हमले किए। साल 2000 में इजराइली सेना की वापसी का श्रेय इस समूह को दिया गया। 2006 में सीमा पार से हुए हमले ने इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच युद्ध छेड़ दिया। इसके बाद से हिजबुल्ला ने अपनी ताकत और हथियारों का भंडार बढ़ाया। हालांकि इसे पश्चिमी देशों, इजराइल और अरब लीग ने आतंकवादी संगठन घोषित किया है। यह संगठन लेबनान की राजनीति में प्रमुख भूमिका निभाता है और दक्षिणी लेबनान में हजारों लड़ाके और मिसाइलें तैनात कर रखा है।
बता दें, इजराइल, हमास और उसके सहयोगी दल हिजबुल्लाह से पिछले कई महीनों से जंग लड़ रहा है।
हिजबुल्लाह ने इजराइल पर लगाए आरोप
हिजबुल्लाह ने हो रहे इन धमाकों का जिम्मेदार इजराइल को ठहराया है। उसका मानना है कि इजराइल अपने बदले के लिए अब तक का सबसे बड़ा सुरक्षा उल्लंघन कर रहा है। हिजबुल्लाह ने दावा किया है कि इजराइल ने ही महीनों पहले तकनीकी उपकरणों और कम्यूनिकेशन डिवाइस में विस्फोटक सामग्री लगाया था। इन सभी हमलों और आरोपों के बाद अभी तक इजराइल की तरफ से कोई भी प्रतिक्रिया नहीं आई है।