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मालदीव को टक्कर देने के लिए अब TATA ने भी कसी कमर, लक्षद्वीप में बनेगा 5 स्टार होटल; स्कूबा डाइविंग समेत होंगी ये सुविधाएं

नई दिल्ली। पीएम मोदी के लक्षद्वीप दौरे के बाद से शुरू हुआ मालदीव विवाद बढ़ता ही जा रहा है। सरकार के साथ कई बड़े स्टार्स लक्षद्वीप टूरिज्म को बढ़ावा दे रहे हैं तो वहीं मालदीव को अपना टूरिज्म सेक्टर खतरे में घिरता दिखाई दे रहा है। जिस तरह से ये विवाद बढ़ा है आने वाले वक्त में लक्षद्वीप टूरिज्म का हॉट स्पॉट बनने वाला है। ऐसे में टाटा ग्रुप ने लक्षद्वीप को लेकर बड़ा ऐलान किया है। टाटा ग्रुप ने वहां ताज-ब्रांड होटल बनाने का ऐलान किया है।

क्या है टाटा मिशन 2026 ?

लक्षद्वीप आईलैंड में ताज खोलने के प्रोजेक्ट को टाटा मिशन 2026 का नाम दिया गया है। क्योंकि टाटा का ये प्रोजेक्ट साल 2026 तक पूरा होगा और उसी साल से पर्यटकों के लिए भी खुल जाएगा। टाटा लक्षद्वीप आइलैंड में दो होटल खोलने जा रही है।

होटल की खासियत

टाटा दोनों होटल को आईएचसीएल (IHCL) की ओर से डेवलप करने वाला है। एक होटल लक्षद्वीप के सुहेली द्वीप और दूसरा कदमत द्वीप पर खुलेगा। जाहिर है कि जब पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी तो होटल और टूरिज्म इंडस्ट्री की भी ग्रोथ होगी।
कंपनी ने होटल की जानकारी देते हुए बताया कि आईलैंड के सुहेली में बीच पर 110 कमरों के साथ 60 विला और 50 वॉटर विला तैयार किए जाएंगे। वहीं कदमत द्वीप पर 110 कमरों वाले ताज होटल में 75 बीच विला और 35 वॉटर विला बनाए जाएंगे। पर्यटकों को स्कूबा डाइविंग, विंडसर्फिंग, स्नोर्केलिंग, सर्फिंग, वॉटर स्कीइंग जैसे तमाम सुविधाएं भी दी जाएंगी।

सरकार का भी जानें प्लान

सरकार लक्षद्वीप में एयरपोर्ट खोलने की तैयारी में है। यह एयरपोर्ट मिनिकॉय आइलैंड और एयरफील्ड पर बनने जा रहा है। जहां से फाइटर जेट्स, मिलिट्री एयरक्राफ्ट्स और कॉमर्शियल एयरक्राफ्ट्स उड़ान भरेंगे।

इजराइल लक्षद्वीप में शुरू करेगा ये प्रोजेक्ट

इजराइल की एम्बेसी ने सोमवार को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर कर लक्षद्वीप में एक प्रोजेक्ट स्टार्ट करने की जानकारी दी है। इजराइल ने कहा- लक्षद्वीप में हम (मंगलवार 9 जनवरी 2024) से सी-वॉटर प्यूरीफाइंग प्रोजेक्ट पर काम शुरू करने जा रहे हैं। हमने पिछले साल लक्षद्वीप का दौरा किया था। वो लोग जिन्होंने लक्षद्वीप की खूबसूरती को अब तक नहीं निहारा, उन्हें लक्षद्वीप की ये कुछ तस्वीरें जरूर देखनी चाहिए। इस प्रोजेक्ट से समुद्र के खारे पानी को पीने के योग्य बनाया जाएगा।

कैसे हुई मालदीव से रिश्ते खराब होने की शुरुआत ?

दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में लक्षद्वीप का दौरा किया था। उन्होंने अपनी समुद्र किनारे टहलते और समय बिताते हुए कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर की थीं। इसके साथ ही लोगों से लक्षद्वीप घूमने जाने के लिए भी कहा था। जिसके बाद सोशल मीडिया पर लक्षद्वीप ट्रेंड करने लगा। फोटो वायरल होते ही भारत के लक्षद्वीप की मालदीव से तुलना भी शुरू हो गई।

मामला इतना बढ़ गया कि लोग मालदीव छोड़कर लक्षद्वीप जाने की बात करने लगे। देखते ही देखते सोशल मीडिया पर बॉयकॉट मालदीव ट्रेंड करने लगा। यह देखकर मालदीव के मंत्रियों ने भारत विरोधी बयान दे दिया। उनका कहना है कि, सर्विस में हमारी बराबरी कैसे करोगे। भारत के तट मालदीव के समुद्री तटों के सामने कुछ नहीं हैं। इसके बाद से ही बड़े से बड़े सेलिब्रिटी से लेकर आम आदमी तक सभी लक्षद्वीप के समर्थन में आगे आ रहे हैं। ट्विटर पर #BoycottMaldives ट्रेंड हो रहा है।

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