
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज अपने जन्मदिन के मौके पर मध्य प्रदेश की महिलाओं को बड़ी सौगात दी है। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने राजधानी के जंबूरी मैदान में रिमोट के जरिए योजना लॉन्च की। रिमोट से ही योजना का थीम सॉन्ग भी लॉन्च किया। इस योजना के जरिए महिलाओं को 1 हजार रुपए हर महीने दिए जाएंगे। इस मौके पर लाड़ली बहना सेना बनाने की घोषणा सीएम शिवराज ने की है।
इस कार्यक्रम के लिए महिला शौर्यादल, स्व-सहायता समूह, जन अभियान परिषद से जुड़ी महिलाएं और महिला जनप्रतिनिधि सहित प्रदेशभर से एक लाख महिलाएं कार्यक्रम स्थल पर पहुंची हैं। सीएम ने महिलाओं के बीच पहुंचकर पुष्पवर्षा करते हुए नारीशक्ति का स्वागत-अभिनंदन किया। इसके बाद सीएम शिवराज वापस मंच पर पहुंचे और कन्यापूजन व दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम की शुरुआत की।
बेटियों के साथ भेदभाव क्यों ?
कार्यक्रम को मंच पर घूम-घूमकर महिलाओं को संबोधित किया। सीएम ने कहा, हमारे यहां दुर्गा, लक्ष्मी, सरस्वती मानते हैं बेटी-बहनों को…। हमारे देश में सदैव से नारियों के प्रति आदर करने की परंपरा रही है। लक्ष्मीनारायण, राधेश्याम, सीताराम में भी पहले देवी माता का नाम लेने की परंपरा रही है। अंग्रेजों के शासन में धीरे धीरे यह आदर कम हो गया। हमारी बहनें धीरे-धीरे कई बार भेदभाव का शिकार हो गईं। मैंने अपने गांव, घर, परिवार में देखा कि बेटा अगर जन्म ले तो स्वागत किया जाए। मिठाइयां बांटी जाती है। हवाई फायर किए जाते हैं। बेटी अगर आ गई तो मां की सूरत भी उतर जाती थी। जब मैं यह देखता था तो तकलीफ होती थी। कहता था कि हे भगवान, ये अन्याय क्यों?
विधायक बना तो गरीब बेटियों की शादी करवाई : सीएम
सीएम ने बताया कि जब वह बेटा-बेटी बराबर की बात करते थे तो एक जगह जब मैं भाषण दे रहा था तो बूढ़ी मां खड़ी हो गईं। बोली- बेटी आ गई और बढ़ी हो गई तो शादी का इंतजाम तू करवाएगा? मैंने तय किया कि सिर्फ भाषण से काम नहीं चलेगा। उस समय जब मैं विधायक बना तो गरीब बेटियों की शादी साथियों के सहयोग से करवाना शुरू किया। जब मैं मुख्यमंत्री बना तो पहली योजना कन्या विवाह योजना बनाई।
कमलनाथ ने कई योजनाओं को बंद किया : सीएम
सीएम ने आगे कहा, कन्या विवाह योजना से काम नहीं चलेगा। इसलिए हमने तय किया कि बेटी पैदा होगी, तो लखपति होगी। मुझसे अफसर बोले- ये कैसे होगा। लेकिन, मैंने कहा कि मामा मुख्यमंत्री है। बेटियों को तो लखपति बनाएंगे ही। इसलिए लाड़ली लक्ष्मी योजना बनाई। इसके बाद तय किया कि 12वीं में गांव की बेटी 60% नंबर लाए तो 5 हजार रुपए देंगे। ऐसे तमाम योजनाएं हम लेकर आए। लेकिन फिर कमलनाथ की सरकार आई तो ऐसी कई योजनाओं को बंद कर दिया।
सुबह 4 बजे लाड़ली बहना योजना दिमाग में आई
सीएम शिवराज ने महिलाओं को लाड़ली बहना योजना शुरू करने को लेकर बताया कि वह एक दिन रात भर जागा। सुबह 4 बजे मैंने पत्नी को जगाया। कहा- एक योजना मेरे दिमाग में आई है। पत्नी ने कहा, सुबह 4 बजे कोई से योजना बनाई है। मैंने कहा, सभी बहनें मुझे भाई मानती हैं। मैं भी तो अपनी बहनों को कुछ दूं। लगा कि साल में एक बार पैसा देने से काम नहीं चलेगा। हर महीने पैसा देंगे तो बहनों की समस्या का समाधान होगा। वे इज्जत से जी सकेंगी। इसी विचार से बनी मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना। यह केवल योजना नहीं, बहनों की जिंदगी बचाने का महाभियान है।
बहनें परेशान हो गईं, तो भाई का मतलब ही क्या रहेगा। : सीएम
सीएम ने महिलाओं से कहा, इस योजना में एक पैसा नहीं लगेगा। न तो मूल निवास लगेगा, न आय प्रमाण पत्र। कोई दलाली करें तो 181 पर फोन कर देना। हथकड़ी लगवाकर जेल भिजवा दूंगा। मामा अभी जिन्दा है। योजना के फॉर्म भरने के लिए गांव, वार्ड में शिविर लगाए जाएंगे। इसकी सूचना दी जाएगी। एक दिन में 30 आवेदन भरे जाएंगे। जब तक पूरे फॉर्म नहीं भरे जाएंगे, तब तक शिविर लगा रहेगा। भागादौड़ी मत करना। तुम परेशान हो गईं, तो भाई का मतलब ही क्या रहेगा। 25 मार्च से आवेदन भरना शुरू होंगे। 20 अप्रैल तक आवेदन भरे जाएंगे। जरूरत पड़ी तो तारीख और आगे बढ़ा दी जाएगी।
सीएम ने अपने हाथों से भरा योजना का पहला फॉर्म
इस मौके पर सीएम ने कहा, अभी तक मैं बेटियों की पूजा करता था। लेकिन, बहनों में भी मैं मां दुर्गा, लक्ष्मी और सरस्वती को देखता हूं। मुख्यमंत्री ने रिमोट का बटन दबाकर योजना लांच की। सांग भी लांच.. अब जिओ लाड़ली बहना खूब आगे बढ़ो लाड़ली बहना। योजना के ब्राशर का भी विमोचन। लघु फिल्म भी लांच की गई।
सीएम ने खुद अपने हाथ से योजना का पहला फॉर्म भोपाल की रसूली बेलदार की कविता मस्तेरिया का भरा। फॉर्म भरते समय सीएम जब कविता से पूछ रहे थे कि आपके परिवार से कोई विधायक-सांसद तो नहीं है, इस पर कविता बोलीं – हां आप हैं न…। सीएम हंस दिए।

कार्यक्रम में ये रहे मौजूद
कार्यक्रम में सांसद भोपाल प्रज्ञा सिंह, सांसद व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा, मंत्री विश्वास सारंग, मोहन यादव, ओमप्रकाश सकलेचा, जगदीश देवड़ा, मीना सिंह, विजय शाह, राजवर्धन सिंह दत्तीगांव, गोविंद सिंह, प्रद्युम्न सिंह तोमर, भूपेंद्र सिंह, रामखेलावन पटेल, यशोधरा राजे सिंधिया समेत भाजपा के लगभग तमाम बड़े नेता मौजूद हैं।
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— Peoples Samachar (@psamachar1) March 5, 2023
एक नजर में लाड़ली बहना योजना
- शिवराज सरकार महिलाओं को हर महीने 1 हजार रुपए देगी।
- हर महीने की 10 तारीख को बहनों के खाते में डाली जाएगी योजना की राशि।
- विवाहिता, विधवा, तलाकशुदा एवं परित्यक्ता बहनें भी होंगी पात्र।
- परिवार की वार्षिक आय 2.5 लाख रुपए से अधिक न हो।
- योजना के फॉर्म ग्राम पंचायत, वार्ड एवं आंगनवाड़ी केंद्रों में शिविर लगाकर भरे जाएंगे।
- 25 मार्च 2023 से योजना की शुरुआत होगी।
- 30 अप्रैल 2023 तक कर सकेंगे योजना के लिए आवेदन।
- 31 मई 2023 को योजना के लाभार्थियों की अंतिम सूची जारी होगी।
- 10 जून 2023 से योजना का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा।
- हर महीने की 10 तारीख को महिलाओं के खाते में पहुंचेगी राशि।

लाड़ली बहना की लांचिंग से पहले सीएम की अपील
लाड़ली बहना योजना का लाभ लेने के लिए दस्तावेज बनवाने को लेकर महिलाएं परेशान हैं। इसको लेकर मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को महिलाओं के नाम एक संदेश जारी किया, जिसमें उन्होंने कहा- मेरी प्रिय लाड़ली बहनों, मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना का लाभ लेने के लिए आपको कहीं भटकने की जरूरत नहीं है। मूल निवासी प्रमाण-पत्र और आय प्रमाण पत्र की भी आवश्यकता नहीं है। आप अनावश्यक परेशान न हों। योजना के प्रपत्र भरवाने के लिए आपके गांव, शहर और वार्ड में अधिकारियों-कर्मचारियों की टीम आएगी और वहीं बैठ कर आवेदन भरवाए जाएंगे।