खंडवा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को खंडवा जिले के पंधाना से ‘जनकल्याण और सुराज अभियान’ की शुरुआत की। उन्होंने प्रदेश के 32 जिलों में 103 नवनिर्मित आंगनवाड़ी भवनों का लोकार्पण और 52 जिलों के 10 हजार भवनों में निर्मित पोषण वाटिकाओं का लोकार्पण किया। सीएम ने कहा कि प्रदेश में सभी गरीबों को रहने के लिए जमीन दी जाएगी।
लाडली लक्ष्मी योजनांतर्गत प्रदेश की 75 हजार 961 लाडली बेटियों के खातों में 21 करोड़ रुपए की छात्रवृत्ति और अटल बाल मिशन-बाल आरोग्य संवर्धन कार्यक्रम के अंतर्गत 52 जिलों के 10 हजार कुपोषित से सुपोषित हुए बच्चों के अभिभावकों को पोषण सूचना पत्र का वितरण किया। इसके अलावा, नगर परिषद पंधाना के विकास के लिए 5 करोड़ की राशि प्रदान की जाएगी। छैगांव माखन को नई तहसील बनाया जाएगा। सिंगोट में भी नवीन उप तहसील का भवन बनाया जाएगा।
शिवराज ने ये कहा-
- पढ़ाई के बाद रोजगार मिले, ये सबसे बड़ी जरूरत है। इसके लिए सरकार ने ये फैसला किया है कि लगभग 1 लाख पदों पर भर्तियां की जाएंगी। बैकलॉग के पद भी भरे जाएंगे।
- छैगांव माखन में 3 करोड़ 33 लाख 31 हजार रु की लागत से ट्राइबल सीनियर बालक छात्रावास का भी निर्माण किया जाएगा। बलखड़ में नवीन उप स्वास्थ्य केंद्र खोला जाएगा।
- छैगांव माखन में सीएम राइज स्कूल खोला जाएगा। शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय को भी सीएम राइज स्कूल बनाया जाएगा।
- डुल्हार में लगभग 20 लाख रुपए की लागत से ग्राम पंचायत भवन बनाया जाएगा। यहां पेय जल की योजना हम स्वीकृत कर रहे हैं। टंकी बनाकर, पाइपलाइन बिछाकर टोंटी वाले नल से घर-घर पीने का पानी पहुंचाया जाएगा।
- जिनके पास रहने की जमीन नहीं है, ऐसे सभी भाई-बहनों को पट्टा देकर कम से कम रहने की जमीन का मालिक बनाया जाएगा। आने वाले तीन साल में प्रधानमंत्री आवास योजना में शेष बचे 568 हितग्राहियों को आवास प्लस योजना के तहत घर उपलब्ध कराया जाएगा।
- यहां के स्कूल को सीएम राइज स्कूल के रूप में परिवर्तित करेंगे, जिसमें छात्रों की जरूरत के हिसाब से हर सुविधा होगी। पिपलोद खुर्द में 15 लाख रुपए की लागत से सड़क बनाई जाएगी। पानी की टंकी के पास निर्मल नीर योजना के अंतर्गत कुआं भी खोदा जाएगा।
- यहां 1 करोड़ 41 लाख रुपए पानी की टंकी बनवाने, पाइप लाइन बिछवाने और टोंटी वाले नल लगवाकर घर-घर पानी पहुंचाने के लिए स्वीकृत किए हैं। इसके साथ ही ढाई महीने में घरों तक पानी पहुंचाने के निर्देश भी दिए।
- स्थानीय प्रशासन द्वारा पीड़ित परिवारों को शवों के अंतिम संस्कार हेतु 10-10 हजार रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान कर दी गई है। मृतकों के परिजनों को आरबीसी 6-4 के अंतर्गत राहत राशि प्रदान के लिये प्रकरण तैयार किये जा रहें है।
- आयुष्मान भारत निरामयम् योजना के अंतर्गत खंडवा जिले में 4 लाख 80 हजार कार्ड बनाए गए हैं। कोई रह गया है तो अभियान चलाकर फिर से कार्ड बनवाए जाएं। 5 लाख रु तक का नि:शुल्क इलाज इसके तहत प्रदान किया जाता है।
- आज पंधाना की धरती से मैं कह रहा हूं कि जिनके पास रहने के लिए मकान नहीं उन्हें जमीन का टुकड़ा दिया जाएगा। बिना जमीन के नहीं रहने दूंगा। प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ खंडवा जिले में 32 हजार लोगों को और पंधाना में 7300 लोगों को मिला है। 8 हजार मकान पंधाना क्षेत्र में और स्वीकृत किए जाएंगे।
- हमने कन्या विवाह और लाडली लक्ष्मी योजना बनाई। मेरी बहनों, बेटी की चिंता मत करना। उनका ख्याल मध्यप्रदेश सरकार रखेगी। बेटियां पैदा होंगी तो लखपति पैदा होंगी।
- आज मुझे कहते हुए प्रसन्नता है कि 39 लाख 90 हजार लाडली लक्ष्मी बेटियां मध्यप्रदेश की धरती पर हैं। उनमें से आज 75 हजार बेटियों के खातों में छात्रवृत्ति का पैसा डाला है।
- आज 103 से ज्यादा आंगनवाड़ियों के भवनों का लोकार्पण किया है। मैं कहना चाहता हूं कि हमारे बेटा-बेटी कुपोषित नहीं होना चाहिए। उनको सुपोषित करना है। सुपोषण अभियान पूरे मध्यप्रदेश में चलाया जाएगा। आज 10 हजार पोषण वाटिकाओं का लोकार्पण भी किया। पोषण आहार सबको मिले। ये हमारा लक्ष्य है।
- खंडवा जिले के जनप्रतिनिधियों और जिला प्रशासन को बधाई देता हूं कि कोरोना को कंट्रोल करने का जैसा काम आपने मिलकर किया वह पूरे हिंदुस्तान में उदाहरण बन गया।
- कोरोना की एक लहर ऐसी आई कि दुकान बंद, उद्योग बंद, सब बंद। लेकिन ऐसे समय में भी मध्यप्रदेश सरकार ने 8 हजार करोड़ रुपये प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसानों के खातों में डाले।
- पीएम नरेंद्र मोदी ने योजना बनाई कि छोटे से छोटे किसान के खाते में भी 6 हजार रु की राशि प्रतिवर्ष डाली जाएगी। प्रदेश सरकार ने भी किसानों के खातों में 4 हजार रु प्रतिवर्ष डालने का कार्यक्रम शुरू किया। इस तरह किसानों के खातों में प्रतिवर्ष कुल 10 हजार रुपए पहुंच रहे हैं।
MP : राज्यपाल से मिले सीएम शिवराज, योजनाओं की प्रगति और कोरोना की वर्तमान स्थिति से कराया अवगत