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नीतीश सरकार का एक्शन: वारंट विवाद पर घिरे कार्तिकेय सिंह से कानून मंत्रालय लिया वापस, जानिए अब क्या जिम्मेदारी मिली

बिहार में सियासी ड्रामे के बीच सीएम नीतीश कुमार ने अपहरण केस को लेकर वारंट विवाद में घिरे कार्तिकेय सिंह से कानून मंत्रालय की जिम्मेदारी छीन ली है। उन्हें अब गन्ना उद्योग विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। वहीं गन्ना उद्योग मंत्री शमीम अहमद को कानून मंत्री बनाया गया है। बिहार में कैबिनेट विस्तार के बाद से ही कानून मंत्री को लेकर सवाल उठ रहे थे।

क्या है पूरा मामला

दरअसल, कार्तिकेय सिंह को अनंत सिंह का करीबी माना जाता है। आरजेडी विधायक कार्तिकेय सिंह के खिलाफ अपहरण के पुराने मामले में कोर्ट ने वारंट जारी किया था। जिस दिन उन्हें अपहरण केस में कोर्ट में सरेंडर करना था, उसी दिन उन्होंने राजभवन पहुंच कर मंत्री पद की शपथ ले ली। इतना ही नहीं, कोर्ट की नजर में कार्तिकेय 8 साल से फरार थे। इसे लेकर बीजेपी लगातार नीतीश सरकार पर निशाना साध रही थी।

सरकार ने कार्तिक कुमार के विभाग को लेकर आदेश जारी किया।

16 अगस्त को हुआ कैबिनेट का विस्तार

बिहार में नीतीश कुमार की कैबिनेट का विस्तार 16 अगस्त को हुआ, इसमें 31 विधायकों को मंत्रिपद की शपथ दिलाई गई। शपथ लेने वाले विधायकों में सबसे ज्यादा आरजेडी के 16 विधायक थे, आरजेडी के इन विधायकों में कार्तिकेय सिंह भी शामिल हैं, जो कानून मंत्री बने।

कोर्ट से मिली राहत

कार्तिकेय सिंह पर 2014 में यह मामला दर्ज किया गया था। उन्हें बिहटा थाना क्षेत्र के बिल्डर राजू सिंह के अपहरण में आरोपी बनाया गया था। इस मामले में अनंत सिंह भी आरोपी हैं। कोर्ट ने इस मामले में कार्तिकेय सिंह के खिलाफ सरेंडर वारंट जारी किया था।
मंत्रिपद की शपथ लेने के बाद उन्होंने अग्रिम जमानत याचिका दाखिल की थी। जिसके बाद 12 अगस्त को सुनवाई करते हुए कोर्ट ने गिरफ्तारी पर 1 सितंबर 2022 तक रोक लगा दी। वहीं मंत्री के वकील मधुसूदन शर्मा के मुताबिक, चार साल बाद कोर्ट ने ये क्यों निकाला, उसको लेकर आवेदन दिया गया है।

अनंत सिंह के करीबी कार्तिकेय सिंह कौन है?

मोकामा के शिवनार गांव के रहने वाले कार्तिकेय सिंह राजनीति में आने से पहले शिक्षक थे। उनकी पत्नी रंजना कुमारी लगातार दो बार मुखिया रह चुकी हैं। कार्तिकेय 2005 में मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह के संपर्क में आए। ‘छोटे सरकार’कहे जाने वाले अनंत सिंह से करीबी इतनी बढ़ी की उन्होंने कार्तिकेय मास्टर को अपना चुनाव रणनीतिकार बना लिया।

अनंत जब अलग-अलग मामलों में जेल में रहते तो उनके सारे काम कार्तिकेय ही करते। इसी साल अनंत सिंह को सजा होने के बाद उनकी विधायकी चली गई। अब अनंत सिंह की मोकामा सीट पर उप-चुनाव होना है। इस सीट से अनंत की पत्नी नीलम चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुकी हैं।

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