
पीसीसी चीफ एवं पूर्व सीएम कमलनाथ के हनुमानजी के फोटो लगा केक काटने पर बवाल मचा गया है। कमलनाथ छिंदवाड़ा के शिकारपुर गए थे, जहां उन्होंने अपने जन्मदिन से दो दिन पहले केक काटा। उस केक में हनुमानजी की तस्वीर थी। केक का स्ट्रक्चर मंदिर की तरह है। इसके फोटो और वीडियो सामने आने के बाद बीजेपी ने इसे भगवान श्रीराम, हनुमानजी और हिंदू धर्म का अपमान बताया है।
बता दें कि पूर्व सीएम कमलनाथ का जन्मदिन 18 नवंबर को है, लेकिन उनके प्रशंसक और पार्टी कार्यकर्ताओं ने पहले ही उनका बर्थडे सेलिब्रेशन किया। बीजेपी और सीएम शिवराज ने इसे गलत बताया। कहा- ये हिंदू आस्था के साथ खिलवाड़ है।

मंदिरनुमा 4 लेयर का केक
फोटो में आप देख सकते हैं कि कमलनाथ के लिए जो केक आया था वो 4 लेयर का है। सबसे नीचे की लेयर पर लिखा हुआ हैं- हम हैं छिंदवाड़ा वाले, इससे उपर दूसरी पर लिखा है कि जीवेत शरद: शतम्, तीसरी लेयर पर लिखा है माननीय कमलनाथ जी और चौथी लेयर पर जन नायक लिखा हुआ है। सबसे ऊपर मंदिर की तरह शिखर है, जिसपर हनुमान जी का फोटो लगा हुआ है। साथ ही झंडा भी लगा हुआ है। कमलनाथ केक काटते नजर आ रहे हैं। साथ में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र गुप्ता और दूसरे लोग भी हैं।
#कमलनाथ के #हनुमानजी का फोटो लगा केक काटने पर सीएम #शिवराज_सिंह_चौहान का बयान, यह सनातन परंपरा और हिंदू धर्म का अपमान है।@ChouhanShivraj @OfficeOfKNath #Cake #PeoplesUpdate pic.twitter.com/4l5YqVv9MP
— Peoples Samachar (@psamachar1) November 16, 2022
सीएम शिवराज ने साधा निशाना
कमलनाथ के हनुमानजी की फोटो वाले केक काटने पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी उनपर हमला बोला है। सीएम ने कहा- कांग्रेसियों का भगवान की भक्ति से कोई लेना-देना ही नहीं है, कमलनाथ जी बगुला भगत हैं। इनकी पार्टी कभी श्रीराम मंदिर का विरोध करती थी। आप केक पर बना हनुमान जी रहे हैं और फिर केक काट भी रहे हैं। यह सनातन परंपरा और हिंदू धर्म का अपमान है, जिसको यह समाज स्वीकार नहीं करेगा।
कमलनाथ ने फोटो वाला केक नहीं काटा : कांग्रेस
कांग्रेस मीडिया विभाग की उपाध्यक्ष संगीता शर्मा ने कहा, बीजेपी के पास कोई मुद्दा रहता नहीं है, तो धर्म और लोगों की भावनाओं को भड़काने का काम करते हैं। कमलनाथ जी, हनुमानजी के भक्त हैं। उनके समर्थक हनुमानजी के फोटो वाला केक लेकर पहुंचे थे, लेकिन कमलनाथ ने इस केक को नहीं काटा। बल्कि, दूसरे केक को काटा है। भाजपा ऐसे मुद्दे लाकर अपनी दुकान चलाने का काम करती है। ये बहुत ही छोटी और निम्न स्तर की राजनीति है।