
रांची। झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो का गुरुवार सुबह चेन्नई में निधन हो गया। उन्होंने चेन्नई में इलाज के दौरान अंतिम सांस ली। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर शिक्षा मंत्री के निधन की जानकारी दी। बता दें कि, जगरनाथ महतो की तबीयत बिगड़ने के बाद पिछले महीने उन्हें रांची के पारस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बाद में उन्हें एयरलिफ्ट कर चेन्नई ले जाया गया था।
झारखंड के सीएम ने ट्वीट कर दी जानकारी
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर लिखा- अपूरणीय क्षति! हमारे टाइगर जगरनाथ दा नहीं रहे! आज झारखण्ड ने अपना एक महान आंदोलनकारी, जुझारू, कर्मठ और जनप्रिय नेता खो दिया। चेन्नई में इलाज के दौरान आदरणीय जगरनाथ महतो जी का निधन हो गया। परमात्मा दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान कर शोकाकुल परिवार को दुःख की यह विकट घड़ी सहन करने की शक्ति दे।
अपूरणीय क्षति!
हमारे टाइगर जगरनाथ दा नहीं रहे!
आज झारखण्ड ने अपना एक महान आंदोलनकारी, जुझारू, कर्मठ और जनप्रिय नेता खो दिया। चेन्नई में इलाज के दौरान आदरणीय जगरनाथ महतो जी का निधन हो गया।
परमात्मा दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान कर शोकाकुल परिवार को दुःख की यह विकट घड़ी सहन करने की…— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) April 6, 2023
बजट सत्र के दौरान बिगड़ी थी तबीयत
जगरनाथ महतो की 14 मार्च को विधानसभा के बजट सत्र के दौरान अचानक तबीयत बिगड़ गई थी। महतो ने बजट सत्र के दौरान सदन में बेचैनी की शिकायत की थी। जिस कारण उन्हें रांची के पारस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बाद में उन्हें तत्काल एयरलिफ्ट करके चेन्नई ले जाया गया था। चेन्नई के अपोलो अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। कोविड-19 से संक्रमित होने के बाद मंत्री की लंग्स ट्रांसप्लांट सर्जरी भी हुई थी, तबसे उनका स्वास्थ्य पूरी तरह स्थिर नहीं था। इससे पहले अक्टूबर, 2018 में उन्हें हार्ट अटैक आया था। उनकी एक बार एनजीओप्लास्टी भी हो चुकी है।
टाइगर के नाम से थे मशहूर
जगरनाथ महतो गिरिडीह जिले के डुमरी विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते थे, उनकी गिनती झारखंड मुक्ति मोर्चा के कद्दावर नेताओं में होती थी। जगरनाथ महतो गिरिडीह में डुमरी विधानसभा सीट से JMM के सीनियर और काफी लोकप्रिय विधायक थे। क्षेत्र में वह टाइगर के नाम से जाने जाते थे। वे शिबू सोरेन के नेतृत्व में अलग राज्य के आंदोलन में सक्रिय रूप से शामिल थे।