इंदौरताजा खबरमध्य प्रदेश

भैरवगढ़ जेल पीएफ घोटाला : रिपुदमन था मास्टरमाइंड , पूर्व अधीक्षक उषा राज के अप्रूवल पर 67 खातों से निकाले 13.54 करोड़  

उज्जैन। भैरवगढ़ सेंट्रल जेल में हुए 15 करोड़ रुपए के पीएफ घोटाले का मास्टर माइंड जेल प्रहरी था। तत्कालीन जेल अधीक्षक ऊषा राज की मिलीभगत से उसने इस धोखाधड़ी को अंजाम दिया। पुलिस ने ऐसे 67 खातों की पहचान कर ली है, जिनसे 13.54 करोड़ रुपए निकाले गए। 

तीन साल में निकाले करोड़ों रुपए

एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ला ने बताया कि इस मामले में 10 मार्च को एफआईआर दर्ज हुई थी। उन्होंने बताया कि सेंट्रल जेल भैरवगढ़ में 3 वित्तीय वर्ष में इस पूरे गबन कांड को अंजाम दिया गया है। 100 खातों में गड़बड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। जांच में पता चला कि इन खातों में 67 ऐसे व्यक्ति मिले जिनके खातों में 13.54 करोड़ की राशि का गबन किया गया था। इनमें से तीन की मौत हो चुकी है। जांच में जो तथ्य सामने आए उससे पता चला कि जेल प्रहरी और वेतन शाखा का बाबू रिपुदमन इस घोटाले का मास्टरमाइंड है। तत्कालीन जेल अधीक्षक उषा राज की मिलीभगत भी उजागर हुई है। उनके द्वारा धोखाधड़ी की अनुमति देने के सबूत मिले हैं।

दो दिन की पुलिस रिमांड मिली

शनिवार को दोनों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें 2 दिन की पुलिस रिमांड पर सौंपा गया है। एसपी ने बताया कि अभी तक की जांच में 67 खातों की पहचान कर ली गई है, जिनके खाते में करोड़ों रुपए ट्रांसफर किए गए हैं। फिलहाल इस मामले में 3 अन्य लोगों की भी गिरफ्तारी हुई है। इनके खातों में बड़े लेनदेन हुए हैं। जांच के बाद अन्य लोगों की भी गिरफ्तारियां होंगी।

संबंधित खबर उज्जैन पीएफ घोटाला : पूर्व जेल अधीक्षक उषा राज और बाबू रिपुदमन से पूछताछ, कोर्ट ने दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा

शुक्रवार को यूपी से गिरफ्तार हुआ था रिपुदमन

पुलिस ने शुक्रवार रात उत्तर प्रदेश के वाराणसी और मिर्जापुर के बीच एक गांव से वेतन शाखा के रिपुदमन सिंह को गिरफ्तार किया था। उसके उज्जैन लाने के बाद पूर्व जेल अधीक्षक ऊषा राज के सामने बैठाकर पूछताछ की गई। इस पूछताछ में पुलिस को कई तथ्य हाथ लगे और घोटाले में दोनों की भूमिका स्पष्ट हो गई।

संबंधित खबर MP News : जीपीएफ घोटाले में भैरवगढ़ सेंट्रल जेल की अधीक्षिका को हटाया, जेल कर्मचारियों के परिजनों ने मनाया जश्न

(इनपुट संदीप पांडला)

संबंधित खबरें...

Back to top button