जबलपुर। शहर में बीते कई हफ्तों से जारी डेंगू का कहर अब खतरनाक स्थिति में पहुंच चुका है। यहां पर शॉक सिंड्रोम से पीड़ित मरीज पाए गए हैं। इन मरीजों में आवश्यक अंग फेल होने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। डॉक्टरों के अनुसार डेंगू से ग्रसित मरीज को समय पर इलाज नहीं मिलने पर उसकी खून की नलियों में सूजन से अंदर का द्रव रिसकर लीवर, फेफड़े, पेट के आसपास जमा होने लगता है। ये किडनी और हार्ट फेल होने का खतरा बढ़ा देता है। सामान्य बुखार समझकर दवा लेने वाले मरीजों में इस तरह के लक्षण अधिक मिल रहे हैं। ऐसे में लगातार बुखार आने पर इसे नजरअंदाज न करें। तुरंत किसी डॉक्टर से संपर्क करें।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
- डॉक्टरों का कहना है कि अभी वायरल बुखार के साथ ही डेंगू मरीज मिल रहे हैं।
- ऐसे में आवश्यक है कि समय पर जांच कराकर ये पता लगाया जाए कि असल बीमारी क्या है।
- डेंगू में अक्सर प्लेटलेट्स कम होने लगती हैं, लेकिन यह बड़ी समस्या नहीं है।
- सामान्य डेंगू में बुखार के साथ प्लेटलेट्स कम होती हैं, लेकिन यह धीरे-धीरे बढ़ जाती हैं।
- यदि पीड़ित को समय पर सही इलाज न मिले तो स्थित बिगड़ जाती है।
- डेंगू का असर ज्यादा होने पर वेसल्स से फ्लूट बाहर आने से मरीज को शॉक सिंड्रोम से बचाना मुश्किल हो जाता है।
- ऐसे मरीज तेज बुखार के बाद धीरे-धीरे होश खोने लगते है।
- BP एकदम से लो हो जाता है। मल्टीऑर्गन फेलियर का खतरा बढ़ जाता है।
रविवार को 24 मरीज मिले
जबलपुर में रविवार को डेंगू के 24 नए मरीज मिले हैं। एलायजा टेस्ट के बाद इसकी पुष्टी की गई है। जिले में अब डेंगू के कुल मरीजों की सरकारी संख्या 522 हो चुकी है। वहीं जिले में 10 मलेरिया और 41 चिकनगुनिया के मरीज भी पाए गए हैं।
यहां पढ़े कैसे करें बचाव
- एक्सपर्ट के मुताबिक डेंगू मच्छरों से फैलता है। मच्छर का लार्वा साफ पानी में पनपता है।
- बर्तनों, कूलर, गमलों के पानी, खुले में रखे कबाड़, गड्ढों में जमा साफ पानी जमा ना होने दें।
- घर में स्टोर पानी को 5-6 दिन में खाली करके अच्छे से सूखाकर दोबारा पानी भरें।
- डेंगू के मच्छर दिन में खासकर सुबह के समय काटते हैं।
- दिन में मच्छर ना काटें इसका उपाय करें। शरीर को पूरी तरह ढंकने वाले कपड़े पहनें।
- छोटे बच्चों को मच्छरदानी में रखें।
- बुखार आने पर तुरंत डॉक्टर से परामर्श करें। ब्लड प्रेशर चेक करें।
- CBC, डेंगू के लिए ब्लड टेस्ट और मलेरिया की जांच कराएं
- डेंगू मरीज को तेज बुखार आने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
- पीड़ित के शरीर में पानी की कमी न हो इसलिए खूब पानी पीएं।