गौर नदी सालीवाड़ा क्षेत्र के निवासी सचिन केशरवानी अपने बेटे की जन्मजात बीमारी से परेशान थे। उसे सांस लेने में समस्या होती थी पर जब वेद का डॉक्टर्स ने चेकअप किया तो हैरान करने वाली बात सामने आई। बच्चे को जन्म से ही दिल की एक गंभीर बीमारी थी। बताया गया कि मासूम के दिल में छेद था और उसके दिल का एक वॉल्व खराब था।
ऑपरेशन में होना था बड़ा खर्च
चिकित्सकों की सलाह पर उसे नारायण हृदयालय बेंगलुरु भेजा गया, जहां के हृदय रोग विशेषज्ञों ने उसकी जांच की और तुरंत ऑपरेशन की सलाह दी। परंतु ऑपरेशन और दवाईओं का खर्च बहुत ज्यादा था। यह भी सलाह दी गई कि बच्चे को थोड़ा बड़ा होने दें तभी उसका ऑपरेशन किया जा सकता है।
फिर कलेक्टर ने दिलाई ऑपरेशन की राशि
वेद जब 10 साल का हुआ तो उसके पिता सचिन को मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना का पता चला और वे इसके लिए जबलपुर कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी से मिले। कलेक्टर ने बिना देर किए राष्ट्रीय बाल उपचार योजना के तहत नारायण हृदयालय मुंबई महाराष्ट्र में उपचार का प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रत्नेश कुररिया को दिए। डॉ. कुररिया ने बच्चे को नारायण हृदयालय मुंबई में दिखाने की सलाह दी। ऑपरेशन का खर्च लगभग 2 लाख 95 हजार बताया गया।
हुआ सफल ऑपरेशन
कलेक्टर के निर्देश पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ रत्नेश कुररिया और आरबीएसके के डीईआईएम व उनकी टीम ने फौरन बच्चे के ऑपरेशन के लिए 2 लाख 95 हजार का प्रस्ताव तैयार कर जिला योजना समिति के पास स्वीकृति के लिए भेजा, जिसे 23 मई को स्वीकार कर लिया गया था, इसी के साथ वेद का सफल ऑपरेशन नारायण हृदयालय मुंबई में हुआ और वह पूरी तरह स्वस्थ है। वेद और उसके पिता ने सीएम शिवराज, कलेक्टर जबलपुर, मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी समेत राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के डीईआईएम व उनकी टीम के प्रति आभार व्यक्त किया।
ये भी पढ़ें – रांझी में शराब दुकान का विरोध करने पहुंचे स्कूली बच्चे