
जबलपुर। रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव को लेकर पूरी तैयारियां कर ली गई हैं। देश, विदेश से शहर आने वाले उद्योगपतियों को लुभाने के लिए पूरे प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि वह महाकौशल में इन्वेस्ट कर अपनी व्यापारिक इकाइयां शुरू करें। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देशन में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव को सफल बनाने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहे हैं। इसमें बाहर से आ रहे उद्योगपतियों के लिए क्या खाना परोसा जाएगा, इसका भी मैन्यू तैयार हो चुका है। बस अब उद्योगपतियों के आने का इंतजार है। कार्यक्रम सुभाषचंद्र बोस कल्चरल एंड इंन्फॉमेशन सेंटर में आयोजित होना है।
इसमें एक सबसे अच्छी बात यह है कि शासन ने कॉन्क्लेव के लिए एक ऐप बनाया है, जो एआई ऐप है, इसमें व्यापारियों को इस कॉन्क्लेव की जानकारी दी गई है और उस ऐप की मदद से उद्योगपति अपने व्यापार से जुड़े व्यापारियों से समय लेकर 20 जुलाई को शहर में मिलने का समय ले रहे हैं। इसमें अब तक 514 उद्योगपतियों से व्यापारियों ने समय लिया है। यह बढ़ते जा रहे हैं, इसकी पूरी जानकारी शुक्रवार तक मिलेगी, ये बातें कलेक्टर दीपक सक्सेना ने पत्रकारवार्ता में चर्चा के दौरान कहीं। कलेक्टर के साथ भोपाल से आए सुविध शाह भी थे, जिन्हें इस कार्यक्रम की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
खाने में यह रहेगा विशेष : बाजरे का शोरबा, मिलेट कबाब, भटे का भर्ता, इंद्रहार की कढ़ी, बाजरे की खिचड़ी, श्रीअन्न का पुलाव, बाजरा रोटी, तवा रोटी, कुटकी की खीर, रागी के लड्डू, मावे की जलेबी व्यंजनों में शामिल हैं।
3,500 से अधिक हुए पंजीयन
कलेक्टर सक्सेना ने बताया कि अब तक 3500 से अधिक रजिस्ट्रेशन हुए है, इसमें मलेशिया, यूके, इंडोनेशिया, ताइवान, फीजी, कोष्टारिका समेत अन्य देशों से उधोगपति इस कॉन्क्लेव में शामिल होंगे। ताईवान के प्रतिनिधि को पहली बार आमंत्रित किया गया है। इसमें 400 से अधिक उद्योगपति 10 करोड़ से अधिक लागत लगाने वाले शामिल होंगे। हॉल जहां बैठक व एक्जीविशन व अन्य आयोजन होंगे उसे शहर के दर्शनीय स्थलों का नाम दिया गया है, इसमें भेड़ाघाट हॉल, गौरीघाट हॉल, रानीदुर्गावती हॉल, जबलपुर हाट, मां रेवा हॉल, मां शारदा हॉल और खाना जो अतिथियों को परोसा जाएगा उसका नाम महाकौशल का स्वाद रखा गया है।
इन व्यापारिक क्षेत्रों में है रुचि
माइनिंग और मिनरल, एग्रीकल्चर और फूड प्रोसेसिंग, डिफेंस, टैक्सटाईल और गारमेंट, टूरिस्ट में उद्योगपतियों की रुचि अधिक है, इन सभी उद्योग के अलग-अलग उद्योगपति आ रहे हैं। उद्योगपतियों को सभी व्यापार के बारे में बताया जाएगा। इसके अलावा शहर के वरिष्ठ उद्योगपति भी इस बैठक में शामिल होंगे। इस अवसर पर सभी उद्योगपतियों से मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव बातचीत करेंगे।