
इंदौर। शहर के संयोगितागंज इलाके में चंदन पेड़ चोरी होने के बाद पुलिस द्वारा लगातार आरोपियों की तलाश की जा रही थी। वहीं आरोपियों द्वारा शहर की सबसे सुरक्षित रेजीडेंसी कोठी इलाके में भी इस घटना को अंजाम दिया था। घटना में जब पुलिस द्वारा इलाके के सीसीटीवी फुटेज और अन्य छानबीन की गई। तब इस पूरे गिरोह में 7 आरोपी गिरफ्त में आए हैं।
चंदन पेड़ काटने वाले अन्य आरोपी एवं चंदन के पेड़ की सफाई कर उसे फैक्टरी पर बेचने वाले सभी आरोपियों को सिलसिलेवार जोड़कर पुलिस ने इस गिरोह का पर्दाफाश किया है।
पुलिस ने 7 आरोपियों को किया गिरफ्तार
थाना प्रभारी तहजीब काजी के अनुसार, संयोगितागंज थाना क्षेत्र में कुछ दिन पूर्व चंदन के पेड़ की चोरी की घटना सामने आई थी। इसके पुलिस द्वारा सिलसिलेवार इस पूरे गिरोह के सदस्यों को पकड़ा गया है। शहजाद पिता अजीज खान, मांगीलाल पिता मोहन बागरी, भोला, फारुख, बलवंत के साथ दो अन्य आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
पहले करते रेकी, फिर पेड़ों को काटते
इस पूरे गिरोह का मास्टर माइंड शहजाद पिता अजीज निवासी चंदन नगर है, जो कि मांगीलाल, बलवंत और भोला के माध्यम से रेकी करने के बाद इन पेड़ों को कटवाता था। इसके बाद चंदन नगर अपने घर पर बुलाकर इन कटे हुए पेड़ के तनों की सफाई करवाता था। वहीं पेड़ को काटने के बाद आकिब को यह बेच देते थे। आकिब का एक अन्य साथी इसे बुरहानपुर एक फैक्ट्री पर बेचता था, जहां पर फैक्ट्री मालिक इस चंदन का तेल निकालकर उसे बाजार में बेचता था।
#इंदौर : #चंदन पेड़ चोरी कर बेचने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के 7 सदस्य #पुलिस गिरफ्त में, फैक्ट्री मालिक 2 हजार रुपए किलो में लकड़ी खरीदकर 2 लाख में बेचता था तेल, संयोगितागंज थाने क्षेत्र का मामला, देखें VIDEO#SandalwoodTree #PeoplesUpdate @MPPoliceDeptt #Theft pic.twitter.com/mlbJNfibZV
— Peoples Samachar (@psamachar1) July 22, 2023
आरोपी नागदा से आकर करते थे चारी
पुलिस ने बताया कि पहले शहर के तीन अलग-अलग इलाकों से चंदन के पेड़ों की चोरी की वारदात हुए। इधर, इस गिरोह के सदस्य का खुलासे के लिए पुलिस लगी तो उन्हें यह जानकारी मिली कि बागरी समाज के कुछ युवा जो कि नागदा के पास रहने वाले हैं। वह वहां से इंदौर में आकर इन वारदातों को अंजाम देते थे। पहले सुबह बाइक से हर इलाके में रेकी करने के बाद वह पेड़ों को काटते थे और आकिब को बेच देते थे।
2 लाख रुपए किलो बिकता चंदन का तेल
आरोपियों ने बताया कि वह इन पेड़ों को काटकर फारुख के माध्यम से बेचते थे। वहीं चंदन को एकत्र करने के बाद बुरहानपुर की एक फैक्ट्री में ले जाता था और इन चंदन की लकड़ी को बेच देता था। इसके बाद जब फैक्ट्री मालिक से जानकारी जुटाई तो चंदन की एक लकड़ी से मात्र 2 किलो चंदन का तेल निकलता है, जिसकी कीमत 2 लाख रुपए किलो बताई जा रही है।
(इनपुट – हेमंत नागले)