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इंदौर : दो पुलिसकर्मियों ने 14 लाख लूटे, वर्दी उतारकर सलाखों के पीछे डाला, जानिए क्या है पूरा मामला

इंदौर। मध्य प्रदेश में लूट का एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। वैसे तो पुलिस की वर्दी को हमदर्दी के लिए पहचाना जाता है, लेकिन इंदौर के चंदन नगर थाना क्षेत्र के दो पुलिस आरक्षक ने एक ऐसी घटना को अंजाम दिया, जिसके बाद वर्दी हमदर्दी तो नहीं लेकिन शर्मिंदगी जरूर हो रही है।

चंदन नगर थाना क्षेत्र में पदस्थ दो पुलिस कर्मचारियों ने एक फरियादी से 14 लाख रुपए की लूट कर ली। जब फरियादी ने इसकी शिकायत आला अधिकारी से की तो अधिकारियों द्वारा पुलिसकर्मियों को थाने पर खड़ा करके फरियादी से शिनाख्त कराई। फरियादी ने जैसे ही दोनों आरक्षक को पहचान, अधिकारी ने उनकी वर्दी उतारकर उन्हें हाथों-हाथ हवालात में ही डाल दिया। प्रकरण पंजीबद्ध कर अब उन्हें नौकरी से बर्खास्त किए जाने की अधिकारियों द्वारा तैयारी कर ली गई है।

क्या है पूरा घटनाक्रम ?

डीसीपी जोन 4 आरके सिंह के मुताबिक, चंदन नगर थाने में पदस्थ सिपाही योगेश सिंह चौहान और दीपक यादव को एक लूट के मामले में गिरफ्तार किया है। अधिकारियों द्वारा बताया गया की 23 दिसंबर को दोनों ही सिपाहियों द्वारा जा रहे एक फरियादी से 14 लाख रुपए से भरा हुआ पार्सल छीन गया था। दोनों ही जवान फरियादी से इस पार्सल को थाने ले जाने की बात करते रहे और दोनों ही आरक्षण ने रास्ते में जाकर 14 लाख रुपए को आपस में बांट लिया। इसके बाद फरियादी ने अपने उसे पार्सल की शिकायत आला अधिकारियों से की थी।

अधिकारियों द्वारा जब फरियादी से इस मामले को लेकर जानकारी ली गई तो फरियादी ने बताया कि 23 दिसंबर को HR 11 D 5686 की एक बस में उसका पार्सल शहर से बाहर जा रहा था। पार्सल में कुछ रुपए रखे हुए थे और पुलिस का मानना है कि उसे पार्सल हवाले के रुपयों का था। यह जानकारी दोनों ही आरक्षक योगेश सिंह चौहान और दीपक यादव को लग गई। दोनों ने बस को चेकिंग के नाम पर रोक और उस पार्सल को बस से उतरकर अपने पास रखा। फिर थाने पर चेकिंग के लिए ले जाने की बात कही और उस पार्सल को आपस में बांट लिया।

दोनों की वर्दी उतारकर हवालात में डाला

मामले को लेकर फरियादी अंकित जैन द्वारा इसकी शिकायत आला अधिकारियों से की थी। उसने अपने कर्मचारियों द्वारा यह पार्सल इंदौर से अहमदाबाद के लिए भेजा था, लेकिन कर्मचारियों ने फरियादी अंकित को बताया कि कुछ पुलिसकर्मियों ने उसे रोककर बस में चेकिंग के नाम पर वह पार्सल उतार लिया और थाने ले जाते हुए वहां रुपए आपस में बांट लिए। इस पर फरियादी अंकित ने जब आला अधिकारियों से इसकी शिकायत की तो पहले तो दोनों पुलिसकर्मी कोई भी घटना से इनकार करते रहे, लेकिन जिस बस में यह घटना हुई थी उसके कुछ चश्मदीद महिलाएं और यात्रियों को भी इन पुलिसकर्मियों के आमने-सामने कराया गया। कई लोगों ने दोनों पुलिसकर्मियों को पहचान लिया, इसके बाद बुधवार को डीसीपी जोन 4 आर के सिंह द्वारा दोनों की वर्दी उतारकर उन्हें हवालात में डलवा दिया गया और दोनों ही पुलिसकर्मियों पर लूट का प्रकरण पंजीकृत कर दिया गया।

पुलिस दोनों ही आरक्षक योगेंद्र सिंह चौहान और दीपक यादव की गिरफ्तारी के बाद अब लूट के रुपए बरामद करने के बाद दोनों को सेवा से बर्खास्त करने की तैयारी कर रही है।

(इनपुट – हेमंत नागले)

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