इंदौरमध्य प्रदेश

इंदौर का उद्योगपति बनना चाहता था डॉन, बंगले से उतरते वक्त कर्मचारी खातिरदारी में न खड़े हो तो बुरी तरह पीटता था; आरोपी की तलाश जारी

हेमंत नागले, इंदौर। इंदौर का एक ऐसा उद्योगपति जो कि डॉन बनना चाहता था और उसके लिए बंगले में सैकड़ों नौकर उसकी खातिरदारी में खड़े ना होते तो वह नौकरों को बुरी तरह से पीटता था। नौकर की हत्या के मामले में हेमंत नीमा के खिलाफ इंदौर में फिर से केस दर्ज हुआ है। कुछ समय पहले सिमरोल थाना क्षेत्र में अपने ही नौकर की हत्या कर उसका शव जंगल में फेंक दिया था।

शहर का बड़ा कारोबारी है हेमंत

हेमंत नेमा शहर का बड़ा कारोबारी है और अपने रसूख के दम पर हमेशा से पुलिस की गिरफ्त से बाहर आ जाता है, वर्ष 2020 में कांग्रेस सरकार के वक्त सिमरोल में नौकर की हत्या करने के मामले में हेमंत एक बार जेल की सलाखों के पीछे जा चुका है। लेकिन भाजपा नेताओं से काफी घनिष्ठता होने के कारण हेमंत अब तक पुलिस की गिरफ्त से दूर है। बता दें कि हेमंत नेमा कुछ दिनों पहले लसूड़िया थाना क्षेत्र में एक कारोबारी को जान से मारने की धमकी दी और उससे बच्चों को अपहरण करने का भी कहा। फिलहाल, पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी हुई है।

रसूख के दम पर पुलिस गिरफ्त से बाहर है आरोपी

इंदौर के चंदन नगर और लसूड़िया थाना क्षेत्र में 2 आवेदकों द्वारा हेमंत नेमा द्वारा जान से मारने की धमकी के दो प्रकरण सामने आए हैं, जिसमें पुलिस अभी तक हेमंत नेमा को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। वहीं, हेमंत अपने रसूख के बल पर इतना अधिक उग्र हो गया है कि वह अब नेताओं और गुंडों के दम पर व्यापारियों को जान से मारने की धमकी दे रहा है। लेकिन इसके बावजूद भी पुलिस हेमंत नेमा तक नहीं पहुंच पा रही है।

पहला मामला

चंदन नगर थाने में फरियादी अतुल नीमा की शिकायत पर हेमंत नीमा के खिलाफ जान से मारने की धमकी का कुछ दिनों पहले ही प्रकरण दर्ज हुआ है। अतुल नीमा द्वारा बताया गया था कि हेमंत जेल से बाहर आने के बाद साइको हो चुका है और वह अपने ही व्यापारियों के साथ विवाद करता फिर रहा है, जहां कुछ दिनों पहले चंदन नगर थाना क्षेत्र में अतुल नीमा की शिकायत पर हेमंत पर कई धाराओं में पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर लिया। लेकिन हेमंत चंदन नगर पुलिस की गिरफ्त से भी दूर है।

दूसरा मामला

2 दिन पूर्व ही लसूड़िया थाना क्षेत्र के देवास नाका स्थित कन्फेशनरी कारोबारी के यहां हेमंत नीमा और कुछ लोगों द्वारा फैक्ट्री में जाकर व्यापारी को धमकाने का मामला सामने आया था। जिसमें लसूड़िया पुलिस द्वारा बसंत विहार कॉलोनी निवासी अर्जुन दास जी स्वामी की शिकायत पर हेमंत और उसके अन्य साथियों के खिलाफ जान से मारने की धमकी का मामला पंजीबद्ध किया था, लेकिन हेमंत पर लगातार दो मामले दर्ज होने के बाद भी अब तक वह पुलिस गिरफ्त से बाहर है।

मार्च 2020 में की थी ड्राइवर की हत्या

10 मार्च 2020 को महाराष्ट्र के रहने वाले 56 वर्षीय प्रमोद का शव भेरूघाट पर मिला था, जहां पर ड्राइवर प्रमोद के प्राइवेट पार्ट्स में बेरहमी से मारकर उसकी हत्या कर दी गई थी। हत्या के बाद शव को भेरूघाट में फेंक दिया था। तत्कालीन डीएसपी सृष्टि भार्गव द्वारा इस पूरे हत्याकांड का खुलासा किया गया था और केसर बाग रोड स्थित बंगले के सीसीटीवी फुटेज में यह साफ हुआ था कि प्रमोद की हत्या हेमंत और उसके अन्य साथियों द्वारा की गई थी। हत्या का कारण हेमंत नीमा के बेटे और ड्राइवर के दोस्ताना संबंध होने के कारण हेमंत को जब यह जानकारी लगी तो उसने ड्राइवर की हत्या कर दी थी।

पुलिस कमिश्नर मकरंद देउसकर का कहना है कि मामले में दो अलग-अलग थानों में एफआईआर दर्ज हुई है और आरोपी की तलाश की जा रही है। पुलिस आरोपी के लिए शहर के कई जगह दबिश दे रही है।

इंदौर की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

संबंधित खबरें...

Back to top button