
इंदौर। हीरानगर थाना क्षेत्र में हुए चर्चित अनिल दीक्षित हत्याकांड के गवाह को धमकाने के मामले में फरार चल रहे आरोपी बिट्टू गौड़ को पुलिस ने आखिरकार गिरफ्तार कर लिया। हालांकि, गिरफ्तारी के दौरान पुलिस से बचने के लिए भागते समय बिट्टू गौड़ ने मकान की बालकनी से छलांग लगा दी, जिससे उसका एक पैर फ्रैक्चर हो गया। इसका साथी पहले ही गिरफ्तार हो चुका है जो कि फिलहाल जेल में है।
आरोपी पर सिर्फ 50 पैसे का इनाम
दरअसल, पिछले महीने कंडिलपुरा निवासी ममता यादव ने शिकायत दर्ज कराई थी कि जुलाई 2022 में अनिल दीक्षित हत्याकांड के गवाह उनके बेटे विक्की उर्फ विक्रांत को धमकी दी गई थी। इस मामले में आरोपियों ने विक्की को गवाही न देने के लिए डराने का प्रयास किया। शिकायत के मुताबिक, शानू सागर और दुर्लभ कश्यप गैंग के अन्य आरोपी जेल में बंद हैं, जबकि शानू सागर के छोटे भाई रोहन सागर और बिट्टू गौड़ ने विक्की के घर जाकर उसे धमकाया था।
पुलिस ने शिकायत के आधार पर रोहन सागर को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। लेकिन बिट्टू गौड़ तब से फरार था, जिसके बाद पुलिस ने उस पर 50 पैसे का इनाम घोषित किया था।
भागने की कोशिश में टूटा पैर
वहीं मंगलवार को गांधी नगर थाना क्षेत्र में छिपे होने की सूचना पर पुलिस ने बिट्टू गौड़ को गिरफ्तार करने के लिए दबिश दी। पुलिस को देखकर बिट्टू ने भागने की कोशिश की और मकान की बालकनी से छलांग लगा दी। इस दौरान उसका एक पैर टूट गया। देर रात मल्हारगंज पुलिस ने उसे इलाज के लिए एमवाय अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस बिट्टू गौड़ के खिलाफ कानूनी कार्रवाई पूरी करने के बाद उसे कोर्ट में पेश करेगी।
(इनपुट – सादिक हुसैन अब्बासी)
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