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इंदौर : हाईवोल्टेज मैच में करोड़ों का सट्टा पकड़ाया, 8 सटोरिए गिरफ्तार, चेकबुक-पासबुक और ATM बरामद; किराए पर लेते थे बैंक खाता

इंदौर। क्राइम ब्रांच ने IPL क्रिकेट मैच पर सट्टा खिलाने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। बुधवार को पुलिस ने लसूड़िया थाना क्षेत्र के एक फ्लैट में दबिश देकर ऑनलाइन जुआ, सट्टा और अवैध गतिविधियां संचालित करने वाले गिरोह के 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से 22 मोबाइल, 17 चेकबुक, 5 लैपटॉप, 21 पासबुक, 30 ATM, 21 सिमकार्ड, 1 लाख 10 हजार रुपए नकदी सहित एक रजिस्टर बरामद किया गया है। जिसमें करोड़ों रुपए का ऑनलाइन सट्टे का हिसाब-किताब पाया गया है।

अन्य खेलों पर भी लग रहा था सट्टा

जानकारी के मुताबिक, क्राइम ब्रांच को मुखबिर से सूचना मिली थी कि लसूड़िया थाना क्षेत्र के एक फ्लैट में कुछ लोगों द्वारा लैपटॉप और मोबाइल के जरिए आईपीएल मैच सहित अन्य खेलों में ऑनलाइन सट्टा संचालित कर रहे हैं। जिस पर पुलिस ने तुरंत एक्शन लेते हुए छापा मारा और 8 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों की पहचान माधव बंसल, तीर्थ सैनी, नितिन, राहुल राठौर, देवेंद्र सिंह चौहान, विशाल, लक्ष्य सैनी और अंकित प्रजापति के रूप में की गई है।

दुबई तक फैला रखा है नेटवर्क

वहीं, आरोपियों ने पूछताछ के दौरान बताया कि फ्लैट से Lotus 365 वेबसाइट के माध्यम से विभिन्न खेलों में ग्राहकों की आईडी बनाकर आईपीएल के मैच में सट्टा खिलाते थे। आरोपियों द्वारा फर्जी नाम से मोबाइल के सिम कार्ड और बैंक अकाउंट खुलवाकर ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के माध्यम से पैसा ट्रांसफर किया जाता था। इस गिरोह का नेटवर्क दुबई के साथ देश के कई राज्यों में फैला हुआ है। जिसमें दिल्ली, राजस्थान, नोएडा, रायपुर, दुर्ग, भिलाई, गुजरात और महाराष्ट्र का नाम भी शामिल है। फिलहाल, पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की जांच में जुट गई है।

किडनैपिंग केस में अरेस्ट हो चुका है सरगना

गिरोह का मुख्य आरोपी इंदौर के सबसे बड़े मिठाई कारोबारी का रिश्तेदार बताया जा रहा है। आरोपी इससे पहले राजस्थान में अपहरण के मामले में एक करोड़ की फिरौती मांगने के लिए राजस्थान में गिरफ्तार भी हो चुका है। पुलिस के मुताबिक, ऑनलाइन सट्टे के इस काले कारोबार का सरगना तीरथ सैनी है, जो अपने एक साथी माधव के साथ इस रैकेट को संचालित करता है । तीरथ इंदौर से पहले नीमच, निंबाहेड़ा और कई अन्य स्थानों पर ऑनलाइन सट्टे का काम करता था। बाद में इसने अपने काम फैला लिया और इंदौर को ऑनलाइन सट्टा जंक्शन के तौर पर उपयोग कर रहा था। तीरथ और उसके साथी इंदौर में बैठकर प्रदेश भर के शहरों से ऑनलाइन सट्टे की बुकिंग करते थे। पुलिस की प्रारंभिक जांच में ये सामने आया है कि तीरथ सैनी के साथी माधव के पास एक करोड़ रुपए का टोकन रहता था। इसके जरिए वह एमपी के सभी जिलों से ऑनलाइन सट्टे का बुकिंग करके दुबई में बैठे हुए सरगना के पास एक करोड़ तक की लिमिट का उतारा कर सकता था।

किराए पर खरीदते थे बैंक खाते

आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि पैसा ट्रांसफर के लिए 5000 रुपए में बैंक खातों को किराए पर लिया जाता था और एक खाते में 17 लाख रुपए से ज्यादा पैसा जमा नहीं करते थे। क्योंकि, भारतीय बैंकों की जो पॉलिसी है, उसमें 17 लाख रुपए से ज्यादा ट्रांजैक्शन होने के बाद वह सर्विलांस में आ जाता है और आयकर विभाग बैंक खातों पर नजर बनाए रखता था। इस कारण से आरोपी एक बैंक खाते में 17 लाख का ट्रांजैक्शन होने के बाद उन बैंक खातों को चार माह के लिए बंद कर देते थे।

(इनपुट – हेमंत नागले)

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