
टेक्नोलॉजी डेस्क। भारत सरकार की साइबर सुरक्षा एजेंसी CERT-In ने Microsoft प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करने वाले लाखों यूजर्स को एक गंभीर चेतावनी जारी की है। यह चेतावनी उन सॉफ्टवेयर और सेवाओं के लिए है जिनमें सुरक्षा की गंभीर खामियां पाई गई हैं। इन कमजोरियों का फायदा उठाकर साइबर अपराधी न सिर्फ डेटा चुरा सकते हैं बल्कि आपके कंप्यूटर को हैंग या क्रैश भी कर सकते हैं। सबसे खतरनाक बात यह है कि इस चेतावनी का दायरा केवल Windows तक सीमित नहीं है, बल्कि Office, Azure, System Center जैसी कई Microsoft सेवाओं पर भी खतरा मंडरा रहा है।
कौन-कौन से सॉफ्टवेयर हैं खतरे में
सरकार की चेतावनी के मुताबिक, Microsoft के लगभग सभी प्रमुख उत्पाद और सेवाएं इस समय साइबर हमले के खतरे से जूझ रहे हैं। इसमें Windows ऑपरेटिंग सिस्टम से लेकर Office सुइट, Azure क्लाउड प्लेटफॉर्म, Dynamics, Developer Tools, Apps, और System Center जैसे कॉरपोरेट यूज सॉफ्टवेयर शामिल हैं। यहां तक कि पुराने उत्पादों के लिए दिए जा रहे Extended Security Updates (ESU) भी सुरक्षित नहीं हैं। इसका मतलब है कि खतरे की जद में न केवल आम यूजर्स हैं, बल्कि सरकारी और निजी संस्थानों के डेटा सेंटर भी आ सकते हैं।
कैसे हो सकता है नुकसान
इन सुरक्षा खामियों के कारण हैकर्स को सिस्टम में रिमोट कोड चलाने की अनुमति मिल सकती है, जिससे वे बिना अनुमति के आपके सिस्टम को कंट्रोल कर सकते हैं। वे उच्चस्तरीय अधिकार हासिल कर सकते हैं, संवेदनशील सूचनाएं चुरा सकते हैं, सुरक्षा प्रोटेक्शन को बायपास कर सकते हैं और यहां तक कि आपके सिस्टम को पूरी तरह से ब्लॉक कर सकते हैं। इसके अलावा स्पूफिंग, डिनायल ऑफ सर्विस (DoS) जैसे गंभीर साइबर हमले भी हो सकते हैं। इन हमलों से रैनसमवेयर के जरिए आपकी फाइलें लॉक की जा सकती हैं और फिरौती मांगी जा सकती है। अगर समय पर कदम न उठाया गया, तो इसका असर पूरे नेटवर्क पर पड़ सकता है।
बचाव के लिए क्या करें
CERT-In ने Microsoft यूज़र्स को स्पष्ट रूप से सलाह दी है कि वे तुरंत Microsoft द्वारा जारी किए गए नवीनतम सुरक्षा पैच इंस्टॉल करें। इसके साथ ही आईटी टीमों को निर्देश दिया गया है कि वे सुनिश्चित करें कि सभी सिस्टम में अपडेट्स लगाए जा चुके हों। यूजर्स को अपने सिस्टम लॉग्स पर नजर बनाए रखने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत रिपोर्ट करने को कहा गया है। साथ ही, संवेदनशील डेटा तक एक्सेस सीमित करने और एंटीवायरस सॉफ्टवेयर को हमेशा अपडेटेड रखने की सलाह दी गई है।
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