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अमेरिका से व्यापारिक संबंधों को मजबूत करेगा भारत, 30 चीजों पर कम कर सकता है शुल्क, रक्षा और ऊर्जा उत्पादों की खरीद बढ़ाने की योजना

नई दिल्ली। भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक संबंधों को और मजबूत करने के लिए भारत सरकार 30 से अधिक वस्तुओं पर आयात शुल्क कम करने पर विचार कर रही है। इसके अलावा, अमेरिका से रक्षा और ऊर्जा उत्पादों की खरीद भी बढ़ाई जा सकती है ताकि अमेरिका द्वारा लगाए जाने वाले उच्च प्रतिशोधी शुल्क (Reciprocal Tariffs) से बचा जा सके।

नोमुरा की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत अमेरिका के साथ व्यापार विवादों को टालने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। हाल ही में पेश किए गए केंद्रीय बजट में सरकार ने कई उत्पादों जैसे इलेक्ट्रॉनिक्स, टेक्सटाइल और हाई-एंड मोटरसाइकिलों पर आयात शुल्क में कटौती की थी। अब भारत लक्जरी वाहनों, सोलर सेल्स और केमिकल्स पर भी आयात शुल्क घटाने पर विचार कर रहा है, जिससे व्यापार संतुलन बनाए रखा जा सके और अमेरिका के साथ अच्छे संबंध बनाए रखें।

अमेरिका ने भारत पर अधिक टैरिफ लगाने की दी थी चेतावनी

नोमुरा की रिपोर्ट में बताया गया है कि यदि भारत अमेरिकी उत्पादों पर अधिक शुल्क लगाता है, तो अमेरिका भी भारतीय वस्तुओं पर समान शुल्क लगा सकता है।

उदाहरण के तौर पर, अगर भारत अमेरिकी ऑटोमोबाइल्स पर 25% टैरिफ लगाता है, तो अमेरिका भी भारतीय वाहनों पर समान शुल्क लगा सकता है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पहले भी भारत की व्यापार नीतियों की आलोचना की थी और प्रतिशोधी शुल्क  की वकालत की थी ताकि अमेरिकी निर्यातकों को समान अवसर मिल सके।

भारत के अधिक आयात शुल्क पर अमेरिका की आपत्ति

नोमुरा की रिपोर्ट के अनुसार, भारत अन्य देशों की तुलना में अपेक्षाकृत उच्च टैरिफ दरें लागू करता है, जिससे वह अमेरिकी जवाबी कार्रवाइयों के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाता है। अमेरिका भारत का सबसे बड़ा निर्यात देश है, जहां भारत के कुल निर्यात का लगभग 18% हिस्सा जाता है, जो कि वित्त वर्ष 2024 में भारत की कुल जीडीपी का 2.2% था।

भारत का अमेरिका के साथ व्यापार अधिशेष (Trade Surplus) लगातार बढ़ रहा है और 2024 में यह लगभग 38 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया। भारत अमेरिका को मुख्य रूप से औद्योगिक मशीनरी, रत्न और आभूषण, दवाएं, ईंधन, लोहा और इस्पात, वस्त्र, वाहन और रसायन का निर्यात करता है।

ट्रंप ने भारत को कहा था टैरिफ किंग

डोनाल्ड ट्रंप ने पहले भी भारत को टैरिफ किंग कहा था और इस बात पर जोर दिया था कि भारत को अधिक अमेरिकी सुरक्षा उपकरण खरीदने चाहिए। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपनी चर्चाओं में ट्रंप ने निष्पक्ष द्विपक्षीय व्यापार संबंध पर बल दिया है।

व्यापार विवाद से बचने के लिए भारत उठा सकता है कदम

भारत अमेरिका के साथ व्यापार विवादों को टालने और द्विपक्षीय व्यापार को सुगम बनाने के लिए विभिन्न उपायों पर विचार कर रहा है। रिपोर्ट के अनुसार, भारत मध्यम अवधि में वॉशिंगटन के साथ आर्थिक संबंधों को मजबूत करने और अमेरिकी आपूर्ति श्रृंखला को भारत में स्थापित करने के प्रयासों में जुटा हुआ है।

भारत सरकार अमेरिका के साथ व्यापार संतुलन बनाने के लिए टैरिफ में और अधिक कटौती करने और अमेरिका से रक्षा व ऊर्जा क्षेत्र में खरीदारी बढ़ाने की योजना बना रही है।

मोदी और ट्रंप की बैठक में उठ सकता है व्यापार और शुल्क का मुद्दा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की शुक्रवार को वॉशिंगटन में मुलाकात होने वाली है, जहां टैरिफ और व्यापार से जुड़े मुद्दों पर विस्तार से चर्चा होने की संभावना है। इस बैठक में भारत और अमेरिका के व्यापारिक हितों को ध्यान में रखते हुए महत्वपूर्ण निर्णय लिए जा सकते हैं। यदि भारत टैरिफ घटाने पर सहमत होता है, तो इससे अमेरिका के साथ भारत के व्यापारिक संबंध और अधिक मजबूत हो सकते हैं।

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