
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर गूगल ने स्पेशल डूडल बनाकर भारतीयों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दी हैं। इस डूडल में पतंगों को आसमान में उड़ते दिखाया गया है। इस डूडल में पतंगों को आसमान में उड़ते दिखाया गया है। यह डूडल केरल की कलाकार नीति ने बनाया है जिसमें भारत को 15 अगस्त को अपनी स्वतंत्रता के 75 साल पूरे होने का जश्न मनाते हुए दिखाया गया है।
पतंगों द्वारा भारत की संस्कृति को दर्शाया गया है
स्वतंत्रता दिवस 2022 डूडल में पतंगों द्वारा भारत की संस्कृति को दर्शाया गया है। पतंगों के साथ गूगल का ये डूडल 75 वर्षों में भारत द्वारा हासिल की गई महान ऊंचाइयों का प्रतीक है। इसके माध्यम से ये दिखाने की कोशिश की गई है कि भारत ने आजादी के बाद कितना विकास किया है, कितनी ऊंचाइयां हासिल की हैं।
गूगल क्रोम ब्राउजर पर दिखने वाला यह डूडल काफी रंग-बिरंगा है। इसमें पतंगों के साथ खुशी मनाते लोगों को देखा जा सकता है। डूडल में एक पतंग के ऊपर भी 75 लिखा हुआ है।
पतंग उड़ाना भारतीय संस्कृति का हिस्सा
पतंग उड़ाना भारतीय संस्कृति का एक अहम हिस्सा रहा है। इस माध्यम से इसे प्रदर्शित करने की भी कोशिश की गई है। इसके अलावा ये ऊंचाई और हौसले का प्रतीक भी है। जीआईएफ एनीमेशन की वजह से ये डूडल और आकर्षक लग रहा है।
पतंग उड़ाकर विरोध जताते थे स्वतंत्रता सेनानी
स्वतंत्रता की लड़ाई से लेकर इस दिन के जश्न तक में पतंगों का इस्तेमाल होता रहा है। आजादी से पहले स्वतंत्रता सेनानी पतंगों पर प्रतिरोध वाले नारे लिखकर विरोध के तौर पर उन्हें ब्रिटिश हुकूमत के सामने फहराया करते थे। अब आजादी के समय में खुशी के तौर पर विभिन्न अवसरों पर इसे उड़ाकर भावनाओं को भी व्यक्त किया जाता है।
स्वतंत्रता दिवस का इतिहास
भारत को 15 अगस्त, 1947 को एक लंबे संघर्ष के बाद स्वतंत्रता मिली। लगभग दो सौ साल के ब्रिटिश शासन के अंत के साथ ही भारत आधिकारिक तौर पर एक लोकतांत्रिक देश बना था। इसके लिए भगत सिंह, महात्मा गांधी, सुभाष चंद्र बोस, वल्लभभाई पटेल, चंद्रशेखर समेत तमाम क्रांतिकारियों और स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने जीवन का बलिदान दिया था। 15 अगस्त, 1947 को पहली बार देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने लाल किले पर तिरंगा फहराकर भाषण दिया था।
देश मना रहा आजादी का अमृत महोत्सव
इस साल भारत सरकार ने ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के तहत कई कार्यक्रम आयोजित किए हैं। इसका विषय ‘राष्ट्र पहले, हमेशा पहले’ है। इस दिन को यादगार बनाने के लिए सरकार ने 200 मिलियन यानी 20 करोड़ तिरंगे फहराने का भी लक्ष्य रखा है।