Naresh Bhagoria
14 Nov 2025
लखनऊ। स्किल डेवलपमेंट और स्टार्टअप शुरू करने के नाम पर अगर कोई किसी को चोरी, डकैती या कोई अन्य अपराध करने की ट्रेनिंग दे तो उसे आप क्या कहेंगे? लेकिन बिहार में ऐसा हुआ है। बिहार के छपरा जिले के रहने वाले सुधीर मिश्रा नाम का एक शख्स ‘स्टार्टअप’ के नाम पर बेरोजगार नौजवानों को 15 मिनट के अंदर एटीएम मशीन तोड़ने का क्रैश कोर्स कराता है। उत्तर प्रदेश पुलिस को सुधीर मिश्रा के इस ट्रेनिंग का पता उस वक्त चला, जब पुलिस ने लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी थाना क्षेत्र में एक एटीएम तोड़कर उसमें से 39.58 लाख रुपए की चोरी करने का खुलासा करते हुए इस मामले में चार युवकों को गिरμतार किया। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 9.13 लाख रुपये भी बरामद किए हैं। पुलिस अब गैंग के सरगना सुधीर मिश्रा की तलाश कर रही है।
लखनऊ के गोल्फ सिटी के एसएचओ शैलेंद्र गिरी ने जानकारी देते हुए बताया कि गिरμतार किए गए आरोपियों में से एक नीरज नाम का शख्स गैंग का स्थाई सदस्य था। गिरी के मुताबिक, नीरज ने खुलासा किया है कि उसने सुधीर मिश्रा नाम के एक शख्स से एटीएम मशीन को तोड़ने के बारे में ट्रेनिंग ली थी। सुधीर मिश्रा बेरोजगार युवाओं को उत्तर प्रदेश से छपरा ले जाता था और वहां तीन महीने का एटीएम क्रैश कोर्स के तहत नई तकनीक से एटीएम को तोड़ना सिखाता था। इसमें बताया जाता था कि कैसे अपनी पहचान छिपाने के लिए एटीएम बूथ में लगे कैमरों पर लिक्विड स्प्रे करना है और 15 मिनट के अंदर एटीएम के कैश बॉक्स को काटकर पैसा निकालकर वहां से फरार होना है। पुलिस के अनुसार, आरोपी नीरज ने बताया कि ट्रेनिंग स्कूल में प्रशिक्षण के बाद 15 दिन का लाइव डेमोंस्ट्रेशन भी कराया जाता है। 15 मिनट या उससे कम वक्त में एटीएम तोड़ने वाले छात्रों को ही फिर फील्ड में एटीएम तोड़ने के लिए भेजा जाता है। इसमें सफल होने वाले छात्रों को प्रमाणपत्र दिया जाता है। पुलिस का कहना है कि देशभर में पिछले एक साल में गैंग द्वारा ऐसे 30 से ज्यादा मामले अंजाम दिए गए हैं. पुलिस अब वहां से ट्रेनिंग लेने वाले सभी छात्रों को ट्रेस करने की कोशिश कर रही है. फिलहाल सुधीर मिश्रा पुलिस की गिरμत से बाहर है।