होली का त्यौहार आते ही घरों से लेकर हलवाई की दुकान तक हर जगह तरह-तरह के पकवान बनने शुरू हो जाते हैं। बच्चों से लेकर बड़ों तक को इस उत्सव का इंतजार रहता है। इस दिन लोग एक-दूसरे के घर जाते हैं। मेहमानों का स्वागत पकवान खिलाकर किया जाता है। आज हम आपको होली के स्पेशल पकवानों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो इस त्यौहार पर हर घर में जरूर बनाए जाते हैं।
मावा गुजिया
होली का त्यौहार आते ही बच्चों से लेकर बड़ों तक को गुजिया खाने का इंतजार रहता है। हर घर में पहले से ही गुजिया बनाने की तैयारियां शुरू हो जाती हैं। होली के सबसे स्वादिष्ट पकवानों में से एक मावा गुजिया सबकी फेवरेट होती हैं।
सामग्री
- मैदा- 2 कप
- मावा- 250 ग्राम
- चीनी पिसी हुई या बूरा- 1 कप
- इलायची- 1 छोटा चम्मच पिसी हुई
- बादाम- 8-10 कटे हुए
- किशमिश- 8-10
- काजू- 8-10
- चिरौंजी- 15-20
- घी- 300 ग्राम
रेसिपी
- गुजिया बनाने के लिए सबसे पहले मावा को कढ़ाही में सुनहरा होने तक भून लें।
- मावा को ठंडा होने पर इसमें चीनी, काजू, बादाम, किशमिश और इलायची पाउडर मिला दें।
- अब एक बर्तन में 2 कप मैदा डालें और इसमें 5 छोटी चम्मच घी डालकर मिलाएं।
- अब इसे पानी से नरम आटे के जैसा गूंथ लें और इसे 20 मिनट के लिए कपड़े से ढककर रख दें।
- इसके बाद आप आटे से छोटी-छोटी लोइयां तोड़ लें।
- अब आप इससे पूरी बेल लें। ध्यान रखें पूरी बेलते वक्त आप सूखे मैदा का इस्तेमाल नहीं करें।
- अब पूरी को अच्छी तरह से गुजिया मेकर में रख लें और इसके बीच में 1 बड़ा चम्मच मावा की भरावन भर दें।
- अब गुजिया के सांचे को अच्छी तरह दबाकर बंद कर लें। आप चाहें तो बंद करते वक्त चारों ओर पानी लगा सकते हैं।
- इस तरह आप सारी गुजिया बनाकर तैयार कर लें और सभी गुजिया को किसी कपड़े या बर्तन से ढ़ककर रख लें।
- अब कढ़ाही में गुजिया तलने के लिए घी गर्म कर लें और गैस की फ्लेम मीडियम ही रखें।
- जब घी गर्म हो जाए तो धीमी आंच पर 2-3 गुजिया डालकर सुनहरा होने तक फ्राई करें।
- मावा गुजिया बनकर तैयार होने के बाद आप इन्हें किसी डब्बे में भरकर रख लें।
नमक पारे
होली आते ही स्नैक्स में सबसे पहली प्रिफरेंस नमक पारे को दी जाती है। घरों में शाम की चाय के साथ सभी नमक पारे का लुत्फ उठाते नजर आते हैं। इसे बनाना बहुत ही आसान होता है। हालांकि अगर आपको मीठा खाना पसंद है तो आप शक्कर पारे भी बनाकर खा सकते हैं।
सामग्री
- मैदा- 2 कप
- तेल- ¼ कप (मैदा में मिलाने के लिए)
- नमक- ½ छोटी चम्मच या स्वादानुसार
- अजवायन- ½ छोटी चम्मच
- तेल- नमक पारे तलने के लिए
रेसिपी
- मैदे में नमक, अजवायन और तेल डालकर अच्छे से मिक्स कर लीजिए। फिर थोड़ा-थोड़ा पानी डालकर पूरी जैसा सख्त आटा गूंथ लीजिए।
- गुंथे आटे को 20 मिनट के लिए ढककर रख दीजिए ताकि यह फूलकर सैट हो जाए।
- आटे को फिर से मसलकर चिकना कर लीजिए। दूसरी ओर कढ़ाही में तेल डालकर गर्म होने रख दीजिए।
- आटे को 2 भागों में बांट लीजिए। एक भाग को उठाकर गोल कर लीजिए। इसे चकला बेलन की मदद से ¼ सेमी मोटा रखते हुए बड़ा बेल लीजिए।
- बेली हुई बड़ी पूरी को ¾ इंच के चौकोर में काटकर तैयार कर लीजिए। इसके लिए पहले इसे लंबाई में काटिए और फिर चौड़ाई में काट लीजिए।
- गर्म तेल में चौकोर टुकड़े डाल दीजिए और धीमी आंच पर इन्हें अच्छे से ब्राउन होने तक तल लीजिए। बीच-बीच में नमकपारों को कलछी से घुमा दीजिए।
दही बड़े
उड़द दाल के मुलायम स्पंजी दही बड़े का स्वाद बेहद लाजवाब होता है। दही बड़ा एक प्रकार की चाट है जो सबसे पहले इंडिया में बनाई गई थी। पूरे साउथ ऐशिया में इसे बेहद पसंद किया गया तभी से यह डिश फेमस होना शुरू हुई। इसको उड़द या मूंग की दाल के बड़े बनाकर दही में भिगोकर खाया जाता है।
सामग्री
- एक कटोरी, बिना छिलके वाली उरद दाल
- एक किलो दही
- स्वादानुसार नमक
- 4 बड़ा चम्मच चीनी
- एक चौथाई छोटा चम्मच हींग
- 10-12 किशमिश
- 10-12 काजू
- 2 बड़ा चम्मच भुना हुआ जीरा
- 1 बड़ा चम्मच लाल मिर्च पाउडर
- तलने के लिए तेल
- धनियापत्ती
- चाट मसाला
- अनार के दाने
रेसिपी
- सबसे पहले दाल को भिगोकर 2 घंटे के लिए रख दें।
- तय समय बाद इसका पानी निकाल लें और इसमें हींग मिलाकर दरदरा पीस लें।
- दाल के पेस्ट में एक बड़ा चम्मच नमक मिलाकर अच्छी तरह फेंट लें।
- दाल पेस्ट परफेक्ट बना है या नहीं चेक करने के लिए इसकी छोटी-सी लोई लेकर पानी में डालें। अगर लोई तैरने लगे और पेस्ट एक साथ जमा रहे तो समझ लीजिए बड़े बनाने के लिए यह पेस्ट सही है।
- एक कढ़ाही में तेल डालकर मीडियम आंच पर गर्म होने के लिए रखें।
- एक लोई लेकर इसके बीच में काजू और किशमिश रख बंद करके चिपटा कर लें।
- हलके हाथ से कड़ाही में डालकर तल लें।
- इसी तरीके के बाकी के पेस्ट से दही बड़े तैयार कर लें।
- आप चाहें तो एक बार में 4-5 दही बड़े तल सकते हैं।
- जब सारे दही बड़े तल जाएं तो तेल वाली कड़ाही हटाकर एक दूसरे बर्तन में 1 लीटर पानी डालकर गुनगुना होने तक गरम कर लें।
- इस जब पानी गुनगुना हो जाए तो इसमें दही बड़े डालकर 8-10 मिनट तक छोड़ दें।
- 10 मिनट में बड़े भींग कर नरम हो जाएंगे।
- एक बड़े को पानी से निकालकर हथेलियों से हलका दबाकर पानी निकाल दें। इसी तरीके से सारे बड़ों का पानी निचोड़ लें।
- दही में नमक और चीनी डालकर अच्छी तरह फेंट लें।
- तैयार दही को बड़ों पर डाल दीजिए। ऊपर से जीरा, चाट मसाला, लाल मिर्च पाउडर और धनिया डालकर गार्निश कर लें।
ठंडाई
होली का त्योहार आने के बाद गर्मियों के मौसम का आना भी शुरु हो जाता है। जिसके साथ-साथ लोगों को ठंडाई पीने का चसका चढ़ जाता है। होली पर ठंडे में पूरे दिन ठंडाई चलती है। ठंडाई में कई मेवाएं, गाढ़ा दूध मिलाया जाता है, जिसमें केसर भी शामिल होती है, जो एंटी डिप्रेशन और एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करती है।
सामग्री
- एक चौथाई कप छिला हुआ बादाम
- बारीक कटी केसर
- डेढ़ कप चीनी
- पांच कप फुल क्रीम मिल्क
- खरबूजे के बीज
- दो चम्मच सौंफ
- 4-5 इलायची
- दो चम्मच खस-खस
- एक चम्मच काली मिर्च
रेसिपी
- पहले एक बड़े बर्तन में पानी और चीनी को डालकर अच्छे से उबाल लें।
- पानी और चीनी के इस घोल को ठंडा होने के लिए रख दें।
- इसके बाद खरबूजे के बीज, सौंफ, काली मिर्च, इलायची, बादाम और खस खस को भिगो कर एक घंटे के लिए छोड़ दें। इसके बाद बादाम का छिलका उतार लें।
- सभी चीजों को चीनी के घोल में डाल दें और इसे पीस लें।
- इस मिक्सचर को किसी कपड़े में डालकर छान लें।
- फिर इसमें दूध मिलाएं।
- अब इसमें इलायची पाउडर डालें।
- कुछ देर के लिए इसे फ्रिज में रख दें।
- फ्रिज से ठंडाई निकालकर इसपर केसर डालें।
खस्ता कचौड़ी
जब भी कोई राजस्थान जाता है, खस्ता कचौड़ी जरूर चखता है। अब खस्ता कचौड़ी का प्रचलन हर जगह फैल चुका है। होली पर कई जगह स्नैक्स में खस्ता कचौड़ी बनाई जाती है। इसका ज्यादातर चाय के साथ लुत्फ उठाया जाता है। इसमें मूंग की दाल का प्रयोग होता है जो इस कचौड़ी को और भी स्पेशल बनाती है।
सामग्री
आटा गूंथने के लिए-
- मैदा – 2 कप (250 ग्राम)
- तेल – 1/4 कप (60 ग्राम)
- नमक – आधा छोटी चम्मच
- पिठ्ठी के लिये
कचौड़ी के लिए-
- मूंग दाल – आधा कप (100 ग्राम) (2 घंटे पानी में भीगी हुई)
- हरा धनिया – 2 टेबल स्पून, बारीक कटा हुआ
- हरी मिर्च – 2 बारीक कटी हुई
- धनिया पाउडर – 1 छोटी चम्मच
- सौंफ पाउडर – 1 छोटी चम्मच
- लाल मिर्च – 1/4 छोटी चम्मच
- हींग – 1 पिंच
- अदरक पाउडर – 1/2 छोटी चम्मच या (1 इंच अदरक को कद्दूकस करके ले लीजिये)
- नमक – आधा छोटी चम्मच (स्वादानुसार)
- गर्म मसाला – 1/4 छोटी चम्मच
- जीरा – आधा छोटी चम्मच
- बेकिंग पाउडर
- इमली
रेसिपी
- दाल का पानी निकाल लें और उसे दरदरा पीस लें।
- एक कढ़ाही में तेल गर्म करें फिर इसमें अदरक, हींग, हरी मिर्च डालकर चलाएं।
- इसमें दाल, नमक, गर्म मसाला, लाल मिर्च पाउडर, अच्छे से भूनें।
- 1/4 कप पानी डालें और दाल को पकने दें।
- इमली और चीनी को एक तरफ मिलाकर रख दें।
- मैदे में बेकिंग पाउडर और नमक डालकर मिक्स करें।
- इसमें घी डालें और मिक्स करें। पानी डालकर एक सख्त डो तैयार कर लें।
- 15 मिनट के लिए इसे ढककर रख दें।
- दाल के मिश्रण की अखरोट के आकार की बॉल बना लें।
- मैदे से लोई तोड़कर इसमें दाल का मिश्रण भरें।
- अब इसे 1/4 गोलाकार में बेल लें और किनारों को 1/2 इंच मोटा रखें।
- बीच के हिस्से को मोटा रखें।
मालपुआ
होली में पकवान बनाने को लेकर हर राज्य का अपना ही जायका है, पर हम बात कर रहे हैं बिहार की जहां होली का त्योहार मालपुओं के बिना अधूरा है। गुजिया की तरह ही मालपुआ होली की एक पॉपुलर मिठाई है।
सामग्री
- मैदा
- दूध
- कसा नारियल
- पका केला
- महीन वाला सौंफ
- बारिक कटे हुए सूखे मेवे
- घी (तलने के लिए)
- चीनी (चाशनी के लिए)
- इलायची या केसर (फ्लेवर के लिए)
- संतरा
रेसिपी
- मैदे को एक साफ बर्तन में छान कर रख लें।
- फिर मैदे में दूध, कसा हुआ नारियल, मैश करके पका केला और सौंफ मिला दें।
- इन सभी को अच्छे से मिला लें, ताकि पुए के बैटर में किसी तरह की गुठलियां ना रहें।
- इसके बाद पुए में थोड़ा सा संतरे का रस मिलाएं। ये पूरी तरह वैकल्पिक है।
- सारी सामग्रियों को मिलाने के बाद उसे 2 घंटे रेस्ट करने के लिए ठंडी जगह पर रख दें।
- इधर चीनी की चाशनी तैयार कर लें। ध्यान रहे चाशनी बहुत ज्यादा गाढ़ी ना हो।
- जब चाशनी तैयार हो जाए तो उसमें दो-तीन चम्मच दूध डाल दें, ताकी चाशनी साफ हो जाए।
- जब चाशनी साफ हो जाए तो उसमें फ्लेवर के लिए केसर या छोटी इलायची ऐड कर दें।
- फिर घी गर्म करें और मध्यम आंच पर थोड़ा-थोड़ा बैटर डालकर पुआ छान लें।
- फिर उसे टिशू पेपर पर रखें ताकि अतिरिक्त घी पेपर सोख ले।
- इसके बाद गर्म पुए को चाशनी में डुबाएं और थोड़ी देर तक इंतजार करें।
- इसके बाद पुए को प्लेट में निकाल लें और सुखे मेवे से उसकी सजावट कर दें।