भारत में बनी कोवाक्सिन और कोविशील्ड को अब तक दुनिया के 96 देश मान्यता दे चुके हैं। देश के स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कहा कि, इन दोनों टीकों को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने आपातकालीन उपयोग सूची में शामिल किया है। वहीं भारतीय टीकों को मान्यता देने वाले देशों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है।
आठ टीकों में दो भारत के
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अब तक आठ कोविड-19 टीकों को मान्यता दी है। यह गर्व की बात है कि इसमें दो टीके भारत के शामिल हैं। कोवाक्सिन को जहां भारत बायोटेक ने बनाया है तो वहीं कोविशील्ड का उत्पदान सीरम इंस्टीट्यूट ने किया है।
PM @NarendraModi जी के नेतृत्व में #HarGharDastak अभियान के तहत टीकाकरण अभियान तेज गति से चल रहा है।
96 देशों ने भारत की दोनों वैक्सीन को मान्यता दी है। आने वाले समय में और भी देश दोनों वैक्सीन को मान्यता दें इसके लिए प्रयास जारी है।
? https://t.co/Q2HvItVdUw pic.twitter.com/TN8TXmWTGu
— Office of Dr Mansukh Mandaviya (@OfficeOf_MM) November 9, 2021
“हर घर दस्तक” टीकाकरण अभियान
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि भारत के दोनों टीकों को मान्यता देने वाले देशों में कनाडा, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, यूके, जर्मनी, फ्रांस, रूस, बेल्जियम और स्विट्जरलैंड जैसे देश भी शामिल हें। उन्होंने बताया कि देश में अब तब 109 करोड़ से अधिक लोगों को COVID-19 वैक्सीन की दोनों खुराक लगाई जा चुकी हैं। केंद्र के “हर घर दस्तक” मेगा टीकाकरण अभियान के तहत, मंत्री ने कहा, “टीकाकरण अभियान चलाने के लिए स्वास्थ्य कार्यकर्ता सभी घरों में जा रहे हैं।”
दूसरे देशों के संपर्क में है सरकार
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने कहा कि- केंद्र सरकार दुनिया के बाकी देशों के संपर्क में है, ताकि दुनिया के सबसे बड़े कोविड टीकाकरण कार्यक्रम के लाभार्थियों को स्वीकृति मिल सके। साथ ही उन्हें मान्यता मिल सके, जिससे शिक्षा, व्यवसाय और पर्यटन उद्देश्यों के लिए यात्रा आसान हो सके।