
जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर में शुक्रवार तड़के तीन बार भूकंप आया। यहां सुबह 4 बजकर 9 मिनट से 4 बजकर 25 मिनट के बीच 3 झटके महसूस किए गए। भूंकप की वजह से लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। भूकंप के बाद कई इलाकों में बिजली गुल हो गई। फिलहाल भूकंप से किसी भी तरह के नुकसान की खबर नहीं है।
तीन बार आया भूकंप
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलोजी के मुताबिक, तीन बार झटके महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र अरावली की पहाड़ियों में बताया गया है। भूकंप का पहला झटका 4:09 पर आया, जिसकी रिक्टर स्केल पर तीव्रता 4.4 थी। दूसरा झटका 4:22 पर आया, जिसकी तीव्रता 3.1 और तीसरा झटका 4:25 पर आया, जो 3.4 तीव्रता का था। इससे पहले 21 मार्च और 24 जनवरी को भी जयपुर और राजस्थान के अन्य जिलों में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे।
#जयपुर: पहाड़ी क्षेत्रों में ज्यादा महसूस किए गए #भूकंप के झटके देखें Video#JaipurEarthquake #PeoplesUpdate #Rajasthan#Earthquake pic.twitter.com/lJbJaIUvf9
— Peoples Samachar (@psamachar1) July 21, 2023
आखिर क्यों आते हैं भूकंप ?
भूकंप आने के पीछे की वजह पृथ्वी के भीतर मौजूद प्लेटों का आपस में टकराना है। हमारी पृथ्वी के अंदर सात प्लेट्स हैं, जो लगातार घूमती हैं। जब ये आपस में टकराती हैं, तब फॉल्ट लाइन जोन बन जाता है। जिसकी वजह से सतह के कोने मुड़ जाते हैं और वहां दबाव बनने लगता है। ऐसी स्थिति में प्लेट के टूटने के बाद ऊर्जा पैदा होती है, जो बाहर निकलने के लिए रास्ता ढूंढती है। जिसकी वजह से धरती हिलने लगती है।
कैसे मापते हैं भूकंप की तीव्रता
रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता मापी जाती है। भूकंप को 1 से 9 तक के आधार पर मापा जाता है। भूकंप को इसके केंद्र (एपीसेंटर) से मापा जाता है। भूकंप को लेकर चार अलग-अलग जोन में बांटा गया है। मैक्रो सेस्मिक जोनिंग मैपिंग के अनुसार इसमें जोन-5 से जोन-2 तक शामिल है। जोन 5 को सबसे ज्यादा संवेदनशील माना गया है और इसी तरह जोन दो सबसे कम संवेदनशील माना जाता है।
किस तीव्रता का भूकंप कितना खतरनाक है
• 0 से 1.9 तीव्रता का भूकंप काफी कमजोर होता है। सीज्मोग्राफ से ही इसका पता चलता है।
• वहीं 2 से 2.9 तीव्रता का भूकंप रिक्टर स्केल पर हल्का कंपन करता है।
• 3 से 3.9 तीव्रता का भूकंप आने पर ऐसा लगता है जैसे कोई ट्रक आपके नजदीक से गुजर गया हो।
• 4 से 4.9 तीव्रता का भूकंप आने पर खिड़कियां टूट सकती हैं। साथ ही दीवारों पर टंगे फ्रेम गिर सकते हैं।
• 5 से 5.9 तीव्रता का भूकंप आने पर घर का फर्नीचर हिल सकता है।
• 6 से 6.9 तीव्रता का भूकंप आने पर इमारतों की नींव दरक सकती है।
• 7 से 7.9 तीव्रता का भूकंप खतरनाक होता है। इससे बिल्डिंग गिर जाती हैं और जमीन में पाइप फट जाती है।
• 8 से 8.9 तीव्रता का भूकंप काफी खतरनाक होता है। जापान, चीन समेत कई देशों में 8.8 से 8.9 तीव्रता वाले भूकंप ने खूब तबाही मचाई थी।
• 9 और उससे ज्यादा तीव्रता का भूकंप आने पर पूरी तबाही होती है। इमारतें गिर जाती है। पेड़ पौधे, समुद्रों के नजदीक सुनामी आ जाती है।