
हल्द्वानी हिंसा के मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया है। उत्तराखंड पुलिस ने अब्दुल मलिक को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी हिंसा के बाद से फरार चल रहा था, जिसकी तलाश में पुलिस की कई टीमें काफी समय से लगी हुई थीं। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ लुकआउट नोटिस भी जारी किया था। आईजी नीलेश आनंद भरणे ने अब्दुल मलिक की गिरफ्तारी की पुष्टि की है।
हल्द्वानी के बनभूलपुरा में 8 फरवरी को हुई हिंसा के बाद पुलिस ने अब्दुल मलिक और उसकी पत्नी सहित छह लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला भी दर्ज किया गया था। हिंसा के बाद से पुलिस ने उसकी संपत्ति को भी कुर्क किया था।
#WATCH | Nainital Police has reached Haldwani after arresting Abdul Malik, the mastermind of the violence that took place on February 8 in Banbhoolpura, Haldwani, from Delhi. pic.twitter.com/QRlONTSVIj
— ANI (@ANI) February 24, 2024
क्या है मामला ?
उत्तराखंड के हल्द्वानी नगर निगम ने शहर में बने एक अवैध मदरसे को गुरुवार (8 फरवरी) को बुलडोजर से गिरा दिया। बता दें कि यहां नमाज पढ़ने के लिए भी एक बिल्डिंग बनाई जा रही थी, उसे भी गिरा दिया गया। जिसके बाद गुस्साए लोगों ने पुलिस और प्रशासन के ऊपर पथराव कर दिया। इस दौरान 6 लोगों की मौत हो गई, जबकि 300 पुलिसकर्मी और निगम कर्मचारियों के घायल होने की खबर है।
पहले से थी हमले की प्लानिंग
हल्द्वानी डीएम वंदना सिंह ने शुक्रवार को हिंसा की जानकारी देते हुए बताया कि, अतिक्रमण हटाने से पहले ही टीम पर हमले की प्लानिंग कर ली गई थी। भीड़ ने पहले पत्थर फेंके। ये पत्थर पहले से ही छतों पर इकट्ठा कर रखे गए थे। इसके बाद दूसरा जत्था आया और उसने पेट्रोल बम से हमला किया।
बता दें कि I.N.D.I.A और सिविल सोसाइटी का उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा के नेतृत्व में उत्तराखंड के राज्यपाल से राज भवन में मुलाकात करेगा।
हिंसा में 10 करोड़ की संपत्ति का नुकसान
हल्द्वानी के सहायक नगर आयुक्त गणेश भट्ट ने जानकारी देते हुए बताया कि, हिंसा में नगर निगम की करीब 5 करोड़ की संपत्ति का नुकसान हुआ है। उपद्रवियों ने बनभूलपुरा पुलिस थाने के साथ पुलिस के वाहनों में भी आग लगा दी थी। कुल मिलाकर करीब 10 करोड़ रुपए की संपत्ति के नुकसान की बात कही जा रही है। सीएम पुष्कर सिंह धामी साफ कर चुके हैं कि इस नुकसान की भरपाई उपद्रवियों से की जाएगी।