ग्वालियर। ग्वालियर के रहने वाले लड़का और लड़की की एक साल पहले शादी हुई, पति मोबाइल में लॉक लगाकर रखता था। जिस पर पत्नी अकसर नाराज हो जाती थी, लेकिन पति ने उसकी नाराजगी की कद्र नहीं की और अपने फोन का पासवर्ड बताने से इनकार कर दिया। इस बात पर घर में झगड़ा होने लगा, बाद में पत्नी ने भी अपने मोबाइल में लॉक डालना शुरू कर दिया। जिस पर दोनों के बीच टकरार बढ़ी और बात थाने तक जा पहुंची, जहां काउंसलरों की समझाइश पर दोनों ने अपने मोबाइल से लॉक हटाया और उनका परिवार बच गया।
हुआ यूं कि विदेशी कंपनी में जॉब करने वाले एक युवक की शादी एक साल पहले ग्रेजुएट युवती से हुई थी। दोनों ही ग्वालियर के रहने वाले हैं, जिनमें लड़का फिलहाल वर्क फ्रॉम होम कर रहा था। वह अकसर अपने मोबाइल में लॉक लगाकर रखता था। इस बात पर पत्नी ने उससे पासवर्ड पूछा तो पति ने मना कर दिया, जिसके बाद घर में मोबाइल फोन के लॉक पर झगड़ा होने लगा। बात इतनी बढ़ गई कि तलाक की नौबत आ गई और मामला थाने जा पहुंचा, लेकिन वहां काउंसलरों की पहल पर उनका टूटता हुआ परिवार बच गया। दो महीने बीतने के बाद अब उनका फॉलोअप लिया गया है। जिसमें पता चला कि दोनों ही अपने फोन में लॉक नहीं लगाते और पहले से उनका रिश्ता मजबूत हुआ है।
पति-पत्नी के बीच होता है विश्वास का रिश्ता
काउंसलर महेन्द्र शुक्ला बताते हैं कि पति और पत्नी का रिश्ता विश्वास का होता है, जब यह प्रकरण उनके पास आया था तो पूरी टीम ने महिला और पुरूष को पति-पत्नी के बीच विश्वास होने का पाठ पढ़ाया था। जिसमें दोनों ने उनकी बात को मानते हुए अपने जीवन से शक को दूर किया और कसम खाकर अपने रिश्ते की डोर को मजबूत बनाया है।