
ग्वालियर के गुठीना-बहादुरपुर गांव में पुश्तैनी जमीन के बंटवारे को लेकर चचेरे भाइयों के बीच विवाद खूनी संघर्ष में बदल गया। इस घटना में एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई, जबकि एक युवक गंभीर रूप से घायल है। घायल को दिल्ली रेफर किया गया है। घटना के बाद इलाके में तनाव है और पुलिस हमलावरों की तलाश में जुटी है।
पुश्तैनी जमीन पर विवाद बना जानलेवा
गुठीना-बहादुरपुर गांव में निहाल सिंह गुर्जर (55) और उनके चचेरे भाई वीर सिंह गुर्जर के बीच 150 बीघा पुश्तैनी जमीन को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था। मंगलवार को जब निहाल सिंह अपने परिजनों के साथ जमीन पर हल चलाने गए, तो वीर सिंह और उनके परिवार के सदस्यों ने राइफल और कट्टों से फायरिंग कर दी।
फायरिंग में निहाल सिंह की मौत
फायरिंग के दौरान निहाल सिंह को दो गोलियां लगीं, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, निहाल के भतीजे शैलेंद्र सिंह गुर्जर (शैलू) के सीने में गोली लगी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। शैलेंद्र को तुरंत दिल्ली रेफर किया गया, जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई है।
हमलावरों ने न केवल गोलियां चलाईं बल्कि निहाल सिंह के परिवार के अन्य सदस्यों पर लाठी-डंडों से हमला भी किया।
हत्या के बाद हमलावर फरार
घटना के बाद आरोपी वीर सिंह, अतेंदर सिंह, बनवारी, अजय सिंह, रॉकी, करन सिंह, सियाराम और शिव सिंह मौके से फरार हो गए। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। एसपी ग्वालियर धर्मवीर सिंह ने बताया कि स्थिति को नियंत्रण में कर लिया गया है और जल्द ही हमलावरों को गिरफ्तार किया जाएगा।
पुश्तैनी जमीन विवाद की पुरानी रंजिश
पीड़ित परिवार के अनुसार, जमीन का बंटवारा दादा-परदादा के समय में ही आठ भाइयों के बीच हो गया था। लेकिन वीर सिंह और उनके परिवार द्वारा इस जमीन पर कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा था। निहाल सिंह और उनके भाई वकीला सिंह पिछले 15 वर्षों से इस जमीन पर खेती कर रहे थे। पीड़ित परिवार ने इस हमले को साजिश बताया है और न्याय की मांग की है। उन्होंने कहा कि प्रशासन को पहले ही इस विवाद को गंभीरता से लेना चाहिए था।