भोपाल। मप्र में कोरोना की दूसरी लहर के बाद अर्थव्यवस्था पटरी पर लौटने लगी है। पिछले 2 महीने जुलाई व अगस्त के दौरान राज्य सरकार के जीएसटी कलेक्शन में बढ़ोतरी हुई है। जीएसटी कलेक्शन की ग्रोथ का एक बड़ा कारण वसूली के लिए विभाग का बढ़ता दबाव भी माना जा रहा है। टैक्स एक्सपर्ट बताते हैं कि कोरोना और लॉकडाउन के कारण मौजूदा वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में पिछले साल की तुलना में स्टेट जीएसटी के कलेक्शन में गिरावट देखी गई थी।
जुलाई से स्थिति में सुधार हुआ है। जुलाई में जीएसटी कलेक्शन 2,657 करोड़ रु. रहा, जो कि पिछले साल जुलाई 2020 की तुलना में 16% अधिक था। वहीं, अगस्त में जीएसटी कलेक्शन 2,438 करोड़ रहा। पिछली साल इसी अवधि में यह आंकड़ा 2,209 करोड़ था। यानी इस बार 10% की वृद्धि हुई है। एक्सपर्ट्स की मानें तो कोरोना के बाद बाजार खुलने से अर्थव्यवस्था पटरी पर लौटने लगी है। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि दूसरी तिमाही के आंकड़े काफी ठीक है।
जीएसटी कलेक्शन में बढ़ोतरी की मुख्य वजह
- कोरोना के बाद व्यापार बढ़ा है, मार्केट में तेजी आई है।
- विभाग ने बकाया जीएसटी की वसूली के लिए प्रयास तेज किए हैं। लगातार नोटिस जारी किए।
- जीएसटी रिटर्न भी दाखिल किए गए हैं, जिसमें सरकार ने तारीख बढ़ा दी थी।
- कलेक्शन ग्रोथ में मैन्युफैक्चरिंग व इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर की भी अहम भूमिका।
छूट के कारण भी बढ़ा कलेक्शन
एक्सपर्ट ने बताया, सरकार द्वारा रिटर्न फाइल करने में राहत व छूट दिए जाने से बड़ी संख्या में बकायादारों ने अगस्त माह में अपने जीएसटी रिटर्न फाइल किए हैं। इस कारण जीएसटी कलेक्शन में वृद्धि हुई है। इसके साथ ही अगस्त महीने में मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री, इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट, हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री और फिर सर्विस सेक्टर में लगातार आर्थिक गतिविधियां चालू रहीं।
वर्षवार आंकडे (करोड़ रु. में) | ||
वर्ष | जुलाई | अगस्त |
2021 | 2,657 | 2,438 |
2020 | 2,289 | 2,209 |
2019 | 2,068 | 2,254 |
2018 | 2,081 | 1,962 |
कोरोना के बाद मार्केट खुल गया है और अर्थव्यवस्था पटरी पर लौट रही है। लोग खरीदारी कर रहे हैं।
जब मार्केट में खरीदी और बेचने का काम होगा तो स्वभाविक है, जीएसटी कलेक्शन में वृद्धि होगी। पिछले साल की तुलना में स्टेट जीएसटी में इजाफा हुआ है, इसका यही कारण है। एक अन्य कारण यह भी है कि रिटर्न फाइल होने से रुका हुआ टैक्स लौटा है।
– मुकुल शर्मा,जीएसटी एक्सपर्ट