Grahan 2025 : नए साल 2025 की शुरुआत हो चुकी है। कैलेंडर बदलने के साथ ही सारे व्रत-त्योहारों की नई तिथियां आ जाती हैं। इसी के साथ हर साल ग्रहण (Eclipse) भी लगते हैं। लोगों को नए साल में पड़ने वाले सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse) और चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse) के बारे में जानने की उत्सुकता रहती है। आइए जानते हैं ग्रहणों की तिथियां….
साल 2025 में कितने ग्रहण होंगे?
साल 2025 में चार महत्वपूर्ण खगोलीय घटनाएं होंगी, जिनमें दो सूर्य ग्रहण और दो चंद्र ग्रहण शामिल हैं। इनमें से केवल एक ग्रहण भारत में दिखाई देगा। ऐसे में बाकी के तीन ग्रहण भारत में नहीं लगेंगे। हिंदू धर्म में ग्रहण को काफी महत्व दिया गया है। धर्मग्रंथों में ग्रहण के दौरान किसी भी शुभ काम को करने की मनाही है, हालांकि विज्ञान ऐसा नहीं मानता।
हिंदू पंचांग और ज्योतिष शास्त्र में सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण की घटनाओं को महत्वपूर्ण माना गया है। ज्योतिष शास्त्र में सूर्य को आत्मा का कारक तो चंद्रमा को मन और माता का कारक माना गया है। ये दोनों ही ग्रह मनुष्य को बेहद प्रभावित करते हैं।
2025 के ग्रहण की लिस्ट
साल का पहला चंद्र ग्रहण– 14 मार्च, 2025
साल का पहला सूर्य ग्रहण– 29 मार्च, 2025
साल का दूसरा चंद्र ग्रहण– 7-8 सितंबर, 2025
साल का दूसरा सूर्य ग्रहण– 21-22 सितंबर, 2025
किसे कहते हैं सूर्य ग्रहण ?
ज्योतिष शास्त्र में सूर्य को सभी ग्रहों का राजा बताया गया है। सूर्य पिता और आत्मा के कारक माने में गए हैं। सूर्य पर जब ग्रहण की स्थिति बनती है तो इसे शुभ नहीं माना जाता है। मान्यता है कि जब सूरज पर ग्रहण लगता है तो ये पीड़ित हो जाते हैं और शुभ फलों में कमी आ जाती है। माना जाता है कि जब चंद्रमा, सूर्य और पृथ्वी के बीच से गुजरता है यानि जब सूर्य और पृथ्वी के बीच चंद्रमा आ जाता है और चंद्रमा की परछाई पृथ्वी पर पड़ती है तो सूर्य ग्रहण की स्थिति बनती है।
क्या होता है चंद्र ग्रहण ?
जब चंद्रमा और सूर्य के बीच में पृथ्वी आती है तो उसे ‘चंद्र ग्रहण’ कहते हैं। इस दौरान एक सीधी रेखा बन जाती है। इस स्थिति में पृथ्वी सूर्य की रोशनी को चंद्रमा तक नहीं पहुंचने देती है। आपको बता दें कि चंद्र ग्रहण हमेशा ‘पूर्णिमा’ को लगता है।
14 मार्च 2025 : पूर्ण चंद्र ग्रहण
यह ग्रहण भारतीय समयानुसार सुबह 10:41 बजे से दोपहर 3:29 बजे तक होगा। हालांकि, यह ग्रहण दिन के समय होने के कारण भारत में दिखाई नहीं देगा। 14 मार्च का चंद्र ग्रहण अमेरिका, पश्चिमी यूरोप, पश्चिमी अफ्रीका और उत्तरी और दक्षिणी अटलांटिक महासागर जैसे क्षेत्रों में दिखाई देगा।
29 मार्च 2025: आंशिक सूर्य ग्रहण
यह ग्रहण उत्तरी अमेरिका, ग्रीनलैंड, आइसलैंड, उत्तरी अटलांटिक महासागर, यूरोप और उत्तर-पश्चिमी रूस में दिखाई देगा। भारत में यह दृश्य नहीं होगा।
7-8 सितंबर 2025: पूर्ण चंद्र ग्रहण
यह ग्रहण भारत में पूर्ण रूप से दिखाई देगा। यह 7 सितंबर की रात 8:58 बजे से शुरू होकर 8 सितंबर की सुबह 2:25 बजे तक चलेगा। इस दौरान चंद्रमा गहरे लाल रंग का दिखाई देगा, जिसे “ब्लड मून” भी कहा जाता है। यह साल का इकलौता ग्रहण होगा जो भारत में दिखाई देगा। ये पूर्ण चंद्र ग्रहण एशिया के अन्य देशों के साथ-साथ यूरोप, अंटार्कटिका, पश्चिमी प्रशांत महासागर, ऑस्ट्रेलिया और हिंद महासागर क्षेत्र में भी दिखाई देगा।
21-22 सितंबर 2025 : आंशिक सूर्य ग्रहण
वर्ष 2025 का अंतिम ग्रहण आंशिक सूर्य ग्रहण होगा। यह सूर्य ग्रहण न्यूजीलैंड, दक्षिणी प्रशांत महासागर और अंटार्कटिका के क्षेत्रों में देखा जाएगा। भारत में यह ग्रहण नजर नहीं आएगा।
(नोट: यहां दी गई सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। हम मान्यता और जानकारी की पुष्टि नहीं करते हैं।)