पीपुल्स संवाददाता, भोपाल। प्रदेश में स्क्रब टायफस का संक्रमण फैल रहा है। सोमवार को पीपुल्स समाचार में प्रदेश के 7 जिलों में इस बीमारी के 9 मरीज मिलने और 2 बच्चों की मौत की खबर छपने के बाद स्वास्थ्य महकमा अलर्ट हुआ है। उसने सभी जिलों के सीएमएचओ को एडवायजरी जारी कर सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि यह बीमारी जुलाई से दिसंबर तक ज्यादा फैलती है। विभाग द्वारा जारी एडवायजरी में कहा गया है कि यह बीमारी चूहे, छछून्दर, गिलहरी आदि से फैलती है, इसलिए इनके द्वारा कुतरे गए फल अथवा खाए गए खाद्य पदार्थों नहीं खाएं। सामान्य तौर पर चूहों के शरीर पर पाए जाने वाले जीवाणु ओरिएंटिया सुसुगैमुशी के कारण यह बीमारी होती है।
बुखार से शुरुआत, 30 प्रतिशत मृत्यु दर
सामान्य बुखार के साथ शरीर में छोटे-छोटे दाने, सूखे चकत्ते होते हैं। सिर दर्द, मांसपेशियों में दर्द, सांस फूलना, खांसी, जी मिचलाना, उल्टी होना। चिंता वाली बात यह है कि इस बीमारी में मृत्युदर 30 फीसदी है।
इलाज की गाइडलाइन जारी
व्यस्क – डॉक्सीसिलीन 200 एमजी प्रतिदिन के साथ एजिथ्रोमाइसिन 500 एमजी कम से कम पांच दिन।
बच्चे – डॉक्सीसिलीन 4.5 एमजी प्रति किलो प्रति दिन के हिसाब से, एजिथ्रोमाइसिन 10 एमजी प्रति किलो पांच दिन।
गर्भवती महिलाएं – एजिथ्रोमाइसिन 500 एमजी कम से कम पांच दिन।
बचाव :
जिस स्थान पर कीट ने काटा होता है वहां पर त्वचा का रंग गहरा हो जाता है और त्वचा पर पपड़ी पड़ सकती है। ऐसे में कीड़ा काटते ही तुरंत साफ पानी से उस हिस्से को धोकर एंटीबायोटिक दवाएं लगा लें। ऐसे कपड़े पहनें, जिससे हाथ और पैर अच्छी तरीके से ढंके रहें।