पल्लवी वाघेला-भोपाल। शहर के वृद्धाश्रम नए साल में उत्सव के रंग में रंगे नजर आने वाले हैं। दरअसल, शहर से जुड़ी विभिन्न संस्थाएं और स्टूडेंट नए साल का आगमन वृद्धाश्रमों में करने की योजना बना चुके हैं। उनका मानना है कि नए साल का स्वागत बुजुर्गों के आशीर्वाद से हो। इसके चलते वृद्धाश्रमों में बुकिंग 15 दिन पहले शुरू हो गई थी। आलम यह है कि इतने दानदाता, वृद्धाश्रम पहुंच रहे हैं कि वृद्धाश्रमों में नए साल के पहले हफ्ते में बुकिंग फुल है।
बच्चे साथ करेंगे भोजन : रोहित नगर स्थित अपना घर वृद्धाश्रम में स्कूल और कॉलेज स्टूडेंट बड़ी संख्या में दादा-दादी के साथ समय बिताने पहुंचने वाले हैं। संचालिका माधुरी मिश्रा ने बताया कि संगठनों के अलावा स्कूल और कॉलेज प्रबंधन ने भी बुकिंग कराई है। इसके अलावा कॉलेज स्टूडेंट्स के सेपरेट ग्रुप भी पहुंचने वाले हैं। खाद्य पदार्थों के अलावा अन्य जरूरी सामान भी संगठन दान करते हैं। उन्होंने बताया कि कोशिश रहेगी कि बच्चे, बुजुर्ग और अन्य लोग सभी एक साथ भोजन कर सकें।
नाम नहीं, बस चाहते हैं आशीर्वाद: शहर के सबसे पुराने वृद्धाश्रम आसरा की केयर टेकर राधा चौबे ने बताया कि नव वर्ष पर काफी लोग आश्रम आते हैं। उन्होंने कहा कि शहर में संस्थाओं और दानदाताओं की संख्या पहले से काफी बढ़ी है। इनमें से ज्यादातर दानदाता गुप्त दान देते हैं, उन्हें बस बुजुर्गों के आशीर्वाद चाहिए। उन्होंने बताया कि रविवार तक लगातार लोगों के आने का सिलसिला जारी रहेगा।
कच्चा अनाज भी दे रहे दान : चार इमली स्थित यशोदा आश्रम की केयर टेकर संगीता ने बताया कि बुकिंग ज्यादा होने के चलते लोग कच्चा अनाज और अन्य आवश्यक चीजें भी दान कर रहे हैं। यहां नववर्ष मनाने कुछ परिवार पहुंचने वाले हैं।
तीन समय के भोजन पैकेज की बुकिंग अधिक
शिवाजी नगर स्थित आनंद धाम आश्रम में भी कई सामाजिक, धार्मिक, व्यापारिक संगठनों ने अलग-अलग दिन बुजुर्गों को भोजन कराने, उनके साथ समय व्यतीत करने की इच्छा जताई है। आश्रम के सचिव आरआर सुरंगे ने बताया कि लोग परिवार के साथ बुजुर्गों को भोजन कराने पहुंच रहे हैं। यह सिलसिला क्रिसमस वैकेशन से ही शुरू हो गया है। ज्यादातर लोग तीन टाइम के भोजन का पैकेज बुक कर रहे हैं और पूरा दिन आश्रम में ही बिताने की इच्छा रखते हैं।
तय मेन्यू बनाकर लाएंगे
कोलार स्थित कमल बसंत वृद्धाश्रम के प्रमोद सिंह ने बताया कि वृद्धाश्रम में 13 बुजुर्ग हैं। इनके लिए लोगों ने खुद भोजन बनाकर लाने की पेशकश की है। उन्हें तय मेन्यू बता दिया गया है। जो लोग भोजन नहीं ला पा रहे वह भोजन के लिए दान या अन्य चीजें लेकर आश्रम पहुंचने वाले हैं। उन्होंने बताया कि आठ तारीख तक बुकिंग फुल है।