
जबलपुर। घमापुर थानान्तर्गत 29 वर्षीय एक युवती ने बताया कि फेसबुक पर उसकी एक लड़के से जान पहचान हो गई थी। जिससे वो उससे आये दिन बातचीत करती थी। युवक ने फेसबुक में अपनी आई डी अजय सिंह के नाम से बनाई थी। जबकि उसका असली नाम भागीरथ चौधरी पिता मुकेश चौधरी उम्र 22 वर्ष निवासी ग्राम मैली थाना बेलखेड़ा है। वहीं उसने युवती को अपना गलत नाम अमित सिंह राजपूत है बता रखा हुआ था। साथ उसने बताया कि वो पुलिस में एसआई की पोस्ट है। भागीरथ इतना शातिर था कि वो एसआई अमित सिंह के नाम से फोटो और वीडियो युवती को भेजता था, इसलिये युवती को उस पर भरोसा हो गया था।
शादी करने कर दिया था झांसा
युवक ने युवती से कहा कि तुम मुझे पसंद हो और मैं आपसे शादी करना चाहता हूँ तो उसने यह बात अपने घरवालों से बतायी तो वो भी बोले की ठीक है उस लड़के से मिल लेंगे और यही बात उसने उस लड़के को बोली की मैं और मेरे घरवाले तैयार हैं शादी के लिये और तुमसे और तुम्हारे घरवालों से मिलना चाहते है तो वह बोला ठीक है में अभी सागर के सिविल लाईन थाने में हूँ और मैं कुछ दिन बाद आउँगा।
तीन बार दिये हजारों रुपए
इस बीच युवक ने युवती से किसी न किसी बहाने से उससे पैसे मांगना शुरू कर दिया। चूंकि युवती को लड़के पर भरोसा इसलिये उसने पहली बार 90 हजार रुपए , दूसरी बार 61 हजार रुपए तथा तीसरी बार 32 हजार रुपए भेजे और ऐसे ही फोन पर बात होते जब पांच छ महिने हो गये तो उसने और परिवार वालों ने उस लड़के से बोला कि तुम मिलने आओ बहुत समय हो गया है।
शादी के लिये तीन लोगों को भेजा
इस दौरान युवक ने युवती के घर में शादी के लिये तीन लोगों को भेजा जिसमें एक लड़के का पिता और दो बड़े भाई कह रहे थे। जिनको देखकर युवती घर वालों को शक हुआ की ये तो लड़के के परिवार वाले नही लग रहे हैं।
ऐसे पकड़ा गया नकली पुलिसवाला
23 अप्रैल को युवती से जब भागीरथ इण्डियन कॉफी हाउस घण्टाघर के सामने मिला तो युवती ने देखते ही बता दिया कि ये लड़का वो नही है जो फेसबुक में पुलिसवाला बताकर बातचीत करता था। युवती का इतना बोलना हुआ और लड़का वहां से भाग गया। युवती ने फोन करके बोला कि मैं तुमसे शादी नही कर सकती।
भागीरथ करने लगा ब्लैकमेल
युवती ने जैसे ही अपने रुपये मांगें वैसे ही लड़का उसे धमकी देने लगा की तुम बात नही करोगी और शादी नही करोगी तो तुम्हे बदनाम कर दूंगा ,अपने हाथ की नस काट लूँगा मर जाउगा ।
इनका था विशेष सहयोग
पुलिस ने पतासाजी करते हुए जब सायबर सेल की मदद से संजीवनी नगर में दबिश दी तो पता चला कि भागीरथ चौधरी निवासी ग्राम अंधुआ थाना संजीवनीनगर के किराये के मकान में रहता है। आरोपी को पकड़ने में थाना प्रभारी घमापुर चंद्रकांत झा, उप निरीक्षक दिलीप मिश्रा, प्रधान आरक्षक संजीव सिंह, राकेश रावत, राकेश पाण्डेय, आरक्षक सूरज, विजय एवं थाना संजीवनी नगर के आरक्षक नितिन मिश्रा व साईबर सेल से आरक्षक संदीप की सराहनीय भूमिका रही।