
राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान एक बड़ा हादसा हो गया। इस यात्रा में शामिल 4 लोगों को करंट लग गया है, जिसके बाद पीड़ित लोगों को हॉस्पिटल में एडमिट करवाया गया है। ये सभी कार्यकर्ता हाथ में झंडा और लोहे की छड़ लिए हुए थे। जिसके चलते बिजली की तार की चपेट में आने से घायल हो गए। इस बात की जानकारी कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्विटर पर दी है।
कांग्रेस ने किया मुआवजे का ऐलान
जानकारी के मुताबिक रविवार की सुबह कर्नाटक के बेल्लारी से यात्रा शुरू हुई। रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर घटना की जानकारी देते हुए कहा कि, आज यात्रा में एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी जब बल्लारी के मोका कस्बे के पास चार व्यक्तियों को मामूली बिजली का झटका लगा। राहुल गांधी ने मुझे और विधायक नागेंद्र को सिविल अस्पताल का दौरा करने के लिए भेजा। भगवान दयालु हैं इसलिए सब ठीक हैं। कांग्रेस चारों को 1 लाख रुपए की आर्थिक मदद देगी।
Today, an unfortunate incident happened in yatra when 4 persons got minor electric shock near Moka town in Ballary.
Sh. Rahul Gandhi deputed me and Nagendra, MLA to visit the Civil Hospital. God is kind as everyone is fine.
INC will give ₹1 Lakh financial help to all four. pic.twitter.com/yTN7EyxTYD
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) October 16, 2022
12 राज्यों से गुजरेगी यात्रा
कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा 7 सितंबर को कन्याकुमारी से शुरू हुई थी। अब तक ये यात्रा 4 राज्यों को पार कर चुकी है। जिनमें तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश शामिल हैं। अब ये यात्रा 9 नवंबर को महाराष्ट्र में प्रवेश करेगी। इस यात्रा के दौरान राहुल 12 राज्यों से गुजरकर 3,570 किलोमीटर लंबी दूरी तय करने वाले हैं। यह यात्रा जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में खत्म होगी।
जनता से जुड़े मुद्दों पर फोकस
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का फोकस जनता से जुड़े मुद्दों पर है। कांग्रेस का कहना है कि राहुल गांधी आर्थिक विषमताओं, सामाजिक ध्रुवीकरण, राजनीतिक केंद्रीकरण की समस्याओं और विचारधाराओं की लड़ाई के रूप में यह रैली कर रहे हैं।
राहुल इस यात्रा के दौरान कई मौकों पर बेरोजगारी, किसानों की कर्जमाफी, बेहतर शिक्षा जैसे मुद्दे उठा चुके हैं। उन्होंने कर्नाटक में यह सवाल भी उठाया था कि राज्य के लोग कन्नड़ भाषा में एग्जाम टेस्ट क्यों नहीं दे सकते।
कांग्रेस ने बताए यात्रा के सिद्धांत
- धर्मनिरपेक्ष भावना के लिए देश के लोगों को जोड़ना।
- करोड़ों भारतीयों की आवाज को बुलंद करना।
- देश मौजूदा वक्त में जिन समस्याओं से जूझ रहा है, इसके बारे में जनता से बात करना।