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एपीजे अब्दुल कलाम की 90वीं जयंती आज: PM मोदी ने मिसाइल मैन को किया याद, बोले- हमेशा लोगों के लिए प्रेरणा बने रहेंगे

नई दिल्ली। भारत के पूर्व राष्ट्रपति और महान वैज्ञानिक डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की आज जयंती है। एपीजे अब्दुल कलाम की ये 90वीं जयंती है। डॉ कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम में एक मुस्लिम परिवार में हुआ था। देश को आधुनिक स्वदेशी मिलाइल बनाने में सक्षम बनाने वाले, मिसाइल मैन के नाम से जाने वाले डॉ कलाम का पूरा जीवन साधारण रहकर असाधारण रहा। देशभर में आज उन्हें याद किया जा रहा है। वहीं देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी एपीजे अब्दुल कलाम की जयंती पर उन्हें याद करते हुए सादर नमन किया है।

चार दशक तक डीआरडीओ में किया काम

अबुल पकिर जैनुलाबदीन (एपीजे) अब्दुल कलाम ने फिजिक्स और एयरोस्पेस इंजीनियरिंग की पढ़ाई तमिलनाडु से की थी। उन्होंने अपनी जिंदगी के चार दशक डीआरडीओ और इसरो में वैज्ञानिक के रूप में बिताए थे। 2002 में अब्दुल कलाम भारत के 11वें राष्ट्रपति चुने गए। उस समय उन्हें केन्द्र में सत्ता पर काबिज बीजेपी और विपक्षी कांग्रेस पार्टी दोनो का ही सपोर्ट मिला था। वह बच्चों को हमेशा बड़े सपने देखने के लिए प्रेरित करते थे। उन्हें भारत रत्न अवॉर्ड भी मिल चुका है।

पायलट बनना चाहते थे डॉ कलाम

डॉ कलाम ने बचपन में अपने परिवार की मदद के लिए अखबार बेचने का काम किया और वहां से मिसाइल मैन बनने तक सपना देखा और उसे पूरा किया। वह एक प्रेरक व्यक्तित्व थे, लेकिन उनका पूरा जीवन ही लोगों के लिए एक बड़ी प्रेरणा है। बचपन में डॉ कलाम का सपना एक पायलट बनने का था, लेकिन यह संभव नहीं हो पाया तो उन्होंने वैज्ञानिक बनने की ठानी। अपना सपना पूरा करने वाले डॉ. कलाम का कहना था कि सपने वो नहीं होते जो आप नींद में देखे, सपने तो वो हैं जो आपको नींद ही नहीं आने दे।

1998 के परमाणु परीक्षण में अहम भूमिका

एपीजे अब्दुल कलाम मुख्य रूप से भारत के नागरिक कार्यों के लिए तैयार किए जाने वाले स्पेस प्रोग्राम और मिलिट्री मिसाइल डेवलपमेंट से जुड़े थे। उन्हें मिसाइल मैन भी कहा जाता है। 1998 में पोखरण में किए गए भारत के परमाणु परीक्षण में अब्दुल कलाम की मुख्य भूमिका रही थी। इस पर बॉलिवुड में परमाणु नाम से एक फिल्म भी बन चुकी है। भारत के राष्ट्रपति पद पर एक पारी पूरी करने के बाद कलाम वापस शिक्षा के क्षेत्र में लौट गए। 27 जुलाई 2015 को एक सेमिनार में बोलते समय उन्हें हार्ट अटैक आया और वहीं उनका निधन हो गया।

पीएम का ट्वीट

पूर्व राष्ट्रपति डॉ कलाम की 90 वीं जयंती पर पीएम मोदी ने याद करते हुए उनकी और अपनी तस्वीर के साथ ट्वीट कर लिखा, “उन्होंने भारत को मजबूत, समृद्ध और सक्षम बनाने में अपना जीवन समर्पित कर दिया, हमेशा देशवासियों के लिए प्रेरणा बने रहेंगे।”

कांग्रेस, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भी किया याद

कांग्रेस पार्टी की तरफ से ट्वीट कर पूर्व राष्ट्रपति को उनके जन्मदिन पर शुभकामनाएं दी गईं। कांग्रेस के ऑफिशियल हैंडल से पूर्व राष्ट्रपति की तस्वीर ट्वीट कर लिखा गया जब प्रत्येक नागरिक समृद्ध होता है, तो राष्ट्र प्रगति करता है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पूर्व राष्ट्रपति को उनकी जयंती पर याद किया। राजनाथ सिंह ने ट्वीट में लिखा भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम की जयंती पर उन्हें नमन। आत्मनिर्भर और मजबूत राष्ट्र का निर्माण उनका सपना था। उन्होंने अपना पूरा जीवन मातृभूमि की सेवा के लिए समर्पित कर दिया। उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा।

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