ताजा खबरभोपालमध्य प्रदेशस्वास्थ्य

40 के बाद फॉलो किए पैशन; फोटोग्राफी, म्यूजिक, आयरनमैन जैसी फील्ड में एक्टिव हुए डॉक्टर्स

डॉक्टर्स डे : सुबह के समय खुद की मेंटल और फिजिकल हेल्थ पर काम कर रहे शहर के चिकित्सक

प्रीति जैन- डॉक्टरी का पेशा व्यस्ततम प्रोफेशंस में से एक है, जिसमें काम के घंटे तय नहीं होते। आधी रात की इमरजेंसी के लिए भी डॉक्टर्स को तैयार रहना होता है। सुबह घर से निकलने के बाद लौटने का समय तय नहीं होता। ऐसे में डॉक्टर्स के ऊपर भी फिजिकल और मेंटल प्रेशर रहता है। पढ़ाई और फिर कॅरियर की शुरुआत में 10 से 12 साल मेहनत करते हुए उसमें स्थापित होने में लग जाते हैं और 40 की उम्र के आसपास अहसास होता है कि कुछ समय अपने उन भूले-बिसरे शौक और भविष्य में सेहतमंद बने रहने में दिया जाए।

भोपाल में कई डॉक्टर्स अपनी फिटनेस के लिए ट्राइथेलॉन, स्वीमिंग, बैडमिंटन, सिंगिंग व फोटोग्राफी में सक्रिय हैं, ताकि अपनी वर्किंग कैपेसिटी को उम्र के साथ कम होने देने की बजाए बढ़ा सकें। डॉक्टर्स डे के मौके पर कुछ ऐसे ही डॉक्टर्स से बात की जो अपनी मेंटल और फिजिकल हेल्थ के लिए काम कर रहे हैं।

गहराई के डर को काबू कर बनीं आयरनमैन

40 साल की उम्र में पहुंचने के बाद मुझे लगा कि घंटों काम के बाद मैं थक जाती हूं। घूमने-फिरने के दौरान सांस फूल जाती है। एक डॉक्टर होने के नाते ऐसा नहीं होना चाहिए। हॉस्पिटल पहुंचने के बाद का समय मेरे हाथ में नहीं होता, लेकिन सुबह 4.30 से 8 बजे तक मैं अपने लिए वक्त निकालूंगी। यह तय करके मैंने ट्रेनर के साथ वर्कआउट शुरू किया। इसी दौरान मैंने आयरनमैन में भाग लेने का सोच लिया था, जिसमें स्वीमिंग, साइकलिंग और रनिंग करना होती है, लेकिन गहराई से मुझे फोबिया था। बहुत डरते हुए स्वीमिंग सीखी और साल 2022 में कजाकिस्तान में हाफ आयरन मैन का टाइटल जीता। 2023 में बार्सिलोना में फुल आयरन मैन का खिताब जीता। मैं अब बड़े तालाब में स्वीमिंग प्रैक्टिस करती हूं। – प्रिया भावे चित्तावर, गायनेकोलॉजिस्ट

देश-विदेश में करता हूं वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफी

मुझे बचपन से ही फोटोग्राफी का शौक रहा लेकिन प्रोफेशन की व्यस्तता में सब छूटता चला गया। फिर अपने स्कूल- कॉलेज के जमाने वाले कैमरे घर में देखता तो लगता कि अब कॅरियर स्थापित हो गया है तो फिर से अपने पैशन को फॉलो किया जाएगा। अब मैं देश-विदेश जहां भी जाता हूं साथ में कैमरा होता है। फिटनेस के लिए रेगुलर ब्रिस्क वॉक और योग करता हूं। – डॉ. आरके सिंह, कार्डियोलॉजिस्ट

बेटों के साथ घर में बनाया अपना म्यूजिक स्टूडियो

राइटिंग और सिंगिंग का शौक बचपन से रहा, लेकिन प्रोफेशन में आने के बाद ज्यादा समय हॉबीज के लिए बचा नहीं। जब मेरे दोनों बेटों को म्यूजिक का शौक हुआ तो मैंने सोचा कि इन्हीं के साथ अपने शौक को पूरा करता हूं। हमने घर में म्यूजिक स्टूडियो तैयार किया, जिसमें हम कभी जुगलबंदी तो कभी तिगलबंदी करते हैं। कुछ सालों से संगीत की शिक्षा ले रहा हूं और स्टेज परफॉर्मेंस भी देता हूं। मेरे गुरु कैलाश यादव से हर हफ्ते क्लास लेता हूं। रात को हॉस्पिटल से आने के बाद रियाज करता हूं। सुबह अरेरा क्लब में बैडमिंटन खेलता हूं। – डॉ. संजय कुमार, गेस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट

संबंधित खबरें...

Back to top button