
राजीव सोनी-भोपाल। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने शताब्दी वर्ष के दौरान मध्यप्रदेश सहित देश भर में महिलाओं और युवा वर्ग के बीच अपनी स्वीकार्यता बढ़ाने की कवायद तेज कर दी है। खासतौर पर संघ की शाखाएं बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। इसके लिए भोपाल में दो हजार से अधिक मुख्य प्रशिक्षकों से सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले रूबरू होंगे। महिला व युवाओं को आकर्षिक करने उन्हें रोजगार, सुरक्षा, सेवा और शिक्षा जैसे प्रकल्पों से जोड़ा जा रहा है।
100 वर्ष पूरे होने पर सभी वर्गों में कार्यक्षेत्र बढ़ाने का संघ ने काम शुरू किया है। प्रदेश सहित देश के विभिन्न राज्यों में महिला एवं युवा वर्ग तक अपनी विचारधारा की पहुंच बढ़ाने के लिए सामाजिक, धार्मिक और शैक्षणिक गतिविधियों को हाथ में लिया है। सरकार्यवाह होसबाले व भैयाजी जोशी 19-20 जनवरी को कार्यक्रमों में मौजूद रहेंगे।
डिजिटल मीडिया का भी लिया जाएगा सहारा
संघ द्वारा युवाओं को आकर्षित करने के लिए डिजिटल मीडिया का सहारा भी लिया जा रहा है। महिलाओं को सुरक्षा और शिक्षा के साथ विभिन्न प्रकल्पों के माध्यम से उनके स्वावलंबन संबंधी प्रोजेक्ट्स की ब्रांडिंग की जा रही है। संघ की मजबूती के लिए सामाजिक और धार्मिक आयोजनों में बढ़-चढ़ कर भाग लिया जाएगा। पिछले साल संघ ने अपनी महत्वपूर्ण प्रतिनिधि सभा की बैठक में भी इस बारे में रोड-मैप जारी किया था।
राष्ट्र सेविका समिति को दिया शाखाओं का टारगेट
महिलाओं को संघ से जोड़ने के लिए सभी प्रांतों में जोर-शोर से काम चल रहा है। इसके लिए संघ के स्वावलंबन और भजन केंद्र भी चल रहे हैं। मध्य भारत प्रांत में राष्ट्र सेविका समिति के माध्यम से शाखाओं की संख्या डेढ़ गुना करने का लक्ष्य है। राजधानी भोपाल में महिलाओं की 8 शाखाएं लग रही हैं , इन्हें15 करने का टारगेट है। डॉक्टर-इंजीनियर्स के आईटी प्रोफेशनल्स की सुविधा से बैठकों का समय रखा जा रहा है।
शाखाएं बढ़ाने का लक्ष्य
देश में शताब्दी वर्ष के दौरान संघ की नियमित शाखाओं की संख्या एक लाख तक पहुंचाने का टारगेट रखा गया है। इनके अलावा युवाओं और महिलाओं को आकर्षित करने संघ मंडली और साप्ताहिक बैठकों का आयोजन किया जा रहा है। संघ के अलग-अलग सभी 34 संगठनों द्वारा इन वर्गों के लिए कई प्रोजेक्ट संचालित किए जा रहे हैं। महिला समन्वय मध्यभारत प्रांत की सह संयोजिका सुनंदा रघुवंशी का कहना है कि स्वावलंबन के साथ ही सेवा, सुरक्षा और शिक्षा के क्षेत्र में भी काम चल रहे हैं।
फूड प्रोसेसिंग सहित अन्य क्षेत्रों में बढ़े महिलाओं के रोजगार
समाज में राष्ट्रीयता की भावना बढ़ाने कई प्रकल्प चलाए जा रहे हैं। स्वावलंबन केंद्रों के जरिए महिलाओं को स्वावलंबी बनाया जा रहा है। स्वदेशी मेला, लघु भारती के माध्यम से फूड प्रोसेसिंग और अन्य क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़ रहे हैं। राष्ट्र सेविका समिति की शाखाएं दो सौ से बढ़ाकर 300 का लक्ष्य रखा गया है। -अनघा साठे, प्रांत कार्यवाहिका मध्यभारत.