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MPPSC पेपर लीक मामले में FIR, आयोग ने संयोगितागंज थाने में दर्ज कराई शिकायत; फर्जी पेपर टेलीग्राम पर बेचने की कोशिश…

इंदौर। मध्यप्रदेश की सिविल सेवा परीक्षा के पेपर लीक मामले में आयोग ने इंदौर के संयोगितागंज थाने पर शिकायती आवेदन दिया, इस पर पुलिस ने सोशल मीडिया पर 2,500 रुपए में पेपर बेचने की कोशिश करने वाले अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया गया है।

टेलीग्राम पर पेपर लीक होने की अफवाह

संयोगितागंज थाने के एक अधिकारी ने बताया कि मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग (MPPSC) के सतर्कता अधिकारी की शिकायत पर अज्ञात आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड विधान और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के संबद्ध प्रावधानों के तहत रविवार रात मामला दर्ज किया गया। राज्य सेवा परीक्षा के एक उम्मीदवार ने बताया कि पेपर लीक होने की अफवाहों की शुरुआत सोशल मीडिया मंच “टेलीग्राम” पर बनाए गए एक खाते के कारण हुई जिस पर दावा किया गया था कि MPPSC के प्रश्नपत्र 2,500-2,500 रुपए में बिकाऊ हैं। उम्मीदवार ने बताया कि इस टेलीग्राम खाते पर भुगतान के लिए एक क्यूआर कोड भी दिया गया था।

सोशल मीडिया का पेपर निकला फर्जी

एमपीपीएससी के विशेष कार्याधिकारी (ओएसडी) रवींद्र पंचभाई ने बताया,”सोशल मीडिया पर दो दिन पहले ‘सामान्य अध्ययन’ (GS) विषय का पेपर लीक होने के झूठे दावे के साथ एक संदिग्ध क्वेश्चन पेपर प्रसारित किया गया था। हमने रविवार को आयोजित राज्य सेवा परीक्षा के प्रारंभिक दौर के इस विषय के मूल पर्चे से संदिग्ध प्रश्नपत्र का मिलान किया। नतीजतन सोशल मीडिया पर सामने आया क्वेश्चन पेपर फर्जी पाया गया।”

दो सत्रों में हुए एग्जाम

अधिकारियों ने बताया कि राज्य के 55 जिला मुख्यालयों में रविवार को आयोजित राज्य सेवा परीक्षा के प्रारंभिक दौर में बैठने के लिए 1.83 लाख उम्मीदवार पात्र थे। उन्होंने बताया कि यह परीक्षा कुल 110 पदों पर भर्ती के लिए आयोजित की गई, जिनमें उप जिलाधिकारी (डिप्टी कलेक्टर) के 15 पद और पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) के 22 पद शामिल हैं। ये परीक्षा दो सत्रों में आयोजित हुई।

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