जबलपुरमध्य प्रदेश

जर्जर भवनों के विवाद पर मारपीट, गुस्साए वकीलों ने सहायक निगमायुक्त को खदेड़ा

मढ़ाताल शिव मंदिर ट्रस्ट परिसर की घटना, ओमती थाने में  प्रकरण दर्ज

जबलपुर। मढ़ाताल स्थित शिव मंदिर ट्रस्ट के कथित जर्जर भवनों को हटाने पहुंचे नगर निगम के अमले और किरायेदारों में गुरुवार को दोपहर विवाद हो गया। इस दौरान अपने एक साथी के साथ हुई मारपीट से वकीलों का मौके पर जमावड़ा लग गया। बिना किसी नोटिस और सूचना की जा रही कार्रवाई को न सिर्फ रुकवा दिया गया, बल्कि वहां से सहायक निगमायुक्त के नेतृत्व में आए अमले को भी खदेड़ दिया गया। ओमती पुलिस ने उभयपक्षीय मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

बताया जाता है कि दोपहर में करीब 1 बजे गुरुद्वारा मढ़ाताल के बाजू तथा प्रभु वंदना टॉकीज के पीछे स्थित शिव मंदिर ट्रस्ट के मकानों को जर्जर बताते हुए नगर निगम का अमला पहुंच गया। दुकानदारों तथा रहवासियों ने इस कार्रवाई का विरोध किया तथा न्याय की मांग की लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हुई। इस बीच गरमागरमी का माहौल बन गया और दोनों पक्षों में मारपीट होने लगी। वकील शार्दुल सिंह चौहान पर जैसे ही हमला हुआ, साथी आक्रोशित हो गए और उन्होंने निगम अमले को खदेड़ना शुरू कर दिया। घायल शार्दुल सिंह चौहान तथा राकेश चौधरी की रिपोर्ट पर ओमती थाने में नगर निगम अमले के आउटसोर्स कर्मचारियों पर मुकदमा कायम किया गया। बाद में सहायक निगमायुक्त वेद प्रकाश चौधरी ने भी एफआईआर दर्ज करा दी है। मौके पर क्षेत्रीय विधायक विनय सक्सेना तथा कांग्रेस प्रवक्ता अयोध्या तिवारी भी पहुंच गए थे।

यह है पूरा मामला

ट्रस्ट के किरायेदार अनिकेत साहू के मुताबिक यहां 3 दुकानें तथा 4 मकान हैं। 2020 में नगर निगम द्वारा अपने-अपने भवनों को रिपेयर करने का नोटिस दिया गया था। सभी ने रिपेयर कराके नगर निगम को सूचित कर दिया था। दुकानदारों में किसी एक दुकानदार का कोर्ट से केस खारिज हुआ है लेकिन बिना कोई दस्तावेज दिखाए निगम अमला सभी भवनों को गिराने पर आमादा था। रहवासियों से कोई बात भी करने तैयार नहीं था। सहायक निगमायुक्त वेद प्रकाश चौधरी पिछले 8 दिन से मौखिक तौर पर धमकाने की कवायद कर रहे थे। 20 से 60 साल तक पुराने किरायेदार यहां रह रहे हैं। ट्रस्ट भी 2014 में डिजाल्व हो चुका है।

सहायक निगमायुक्त वेद प्रकाश चौधरी का पक्ष जानने कई बार कॉल किया गया लेकिन उन्होंने मोबाइल के दोनों नंबर पर कॉल रिसीव नहीं किया।

बीएमएस ने ये दी दलील

भारतीय मजदूर संघ से संबद्ध नगर निगम कर्मचारी परिषद के महामंत्री भगवानदास चौधरी द्वारा कहा गया कि सहायक निगमायुक्त वेद प्रकाश चौधरी तथा उनका दल बिना मॉस्क पहने लोगों का चालान एवं अतिक्रमण की कार्रवाई कर रहा था, तभी कुछ युवकों द्वारा मारपीट, जान से मारने की धमकी तथा अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया। 24 घंटे के भीतर अगर आरोपियों पर एनएसए की कार्रवाई नहीं की गई तो नगर निगम के सभी विभागों में अनिवार्य सेवाएं सहित अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दी जाएंगी।

मढ़ाताल में जर्जर भवन हटाने को लेकर विवाद हुआ था। दोनों पक्षों ने ओमती थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने अभी किसी की भी गिरफ्तारी नहीं की है। मामले की जांच कर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।

आरडी भारद्वाज, सीएसपी ओमती

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