पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर 9 महीने से कैंप लगा कर धरना दे रहे किसानों ने, दिल्ली की ओर कूच शुरू कर दी है। इसमें 101 किसान पैदल अंबाला की ओर बढ़ते हुए दो बैरिकेड पार कर चुके हैं। हालांकि, अब उन्हें हरियाणा पुलिस और पैरामिलिट्री फॉर्स द्वारा बैरिकेड्स पर रोक दिया गया है। शंभू बॉर्डर पर रोकने के बाद किसानों ने बैरिकेड्स और कंटीले तार हटाते हुए आगे बढ़ने की कोशिश की। इस पर हरियाणा पुलिस ने उन्हें चेतावनी देते हुए, आंसू गैस के गोले दागे। इससे अब तक 7 किसान घायल हो गए हैं।
क्या चाहते हैं किसान
किसान MSP, कर्ज माफी और पेंशन जैसी मांगों को लेकर 13 फरवरी से प्रदर्शन कर रहे हैं। हरियाणा सरकार ने उनके मार्च को अनुमति देने से इनकार कर दिया है। इस प्रदर्शन को देखते हुए, हरियाणा के गृह सचिव सुमिता मिश्रा ने पंजाब-हरियाणा बॉर्डर के पास अंबाला के 11 गांवों में इंटरनेट सेवा बंद करने का आदेश दिया है।
शंभू बॉर्डर पर 7 किसान घायल
हरियाणा पुलिस की तरफ से छोड़े गए आंसू गैस के गोलों के कारण अब तक 7 किसान घायल हो चुके हैं। जत्थे का नेतृत्व कर रहे सुरजीत फूल भी आंसू गैस के प्रभाव में आ गए। दो किसानों की हालत गंभीर होने पर उन्हें एंबुलेंस के जरिए अस्पताल ले जाया गया। वहीं किसान आंसू गैस के गोलों से बचने के लिए गीली बोरी भी साथ लेकर आए हैं, ताकि गोले के गिरते ही उस पर गीली बोरी फेंक कर धुएं से बच सकें।
किसान नेता ने कहा- हमारी ओर से खुला है बातचीत का रास्ता
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा, “हमें शांतिपूर्ण तरीके से दिल्ली जाने की अनुमति मिलनी चाहिए और हमारी मांगों को लेकर सरकार को हमसे संवाद करना चाहिए। हमारी ओर से बातचीत का रास्ता हमेशा खुला है। हमने बार-बार कहा है कि अगर सरकार बातचीत करना चाहती है, तो हमें केंद्र सरकार, पंजाब या हरियाणा के सीएम ऑफिस की तरफ से लेटर दिखाया जाए।”
मार्च न करने का आदेश
किसानों ने सुरक्षाकर्मियों द्वारा लगाई गई लोहे की जाली को घग्गर नदी पर बने पुल से नीचे गिरा दिया। हरियाणा सीमा पर हालात को नियंत्रित रखने के लिए भारी संख्या में सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। इसके साथ डिप्टी कमिश्नर ने अगले आदेश तक पैदल, वाहन या किसी अन्य माध्यम से मार्च ना करने का आदेश दिया है।
शंभू बॉर्डर पर सुरक्षा कड़ा प्रबंध
यहां तीन स्तर की बैरिकेडिंग की गई है। किसानों को रोकने के लिए हरियाणा पुलिस ने सीमेंट की पक्की दीवार खड़ी कर रखी है। शंभू बॉर्डर पर पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स के लगभग 1,000 जवान तैनात हैं। साथ ही स्थिति को संभालने के लिए वज्र वाहन और एंबुलेंस भी तैनात किए गए हैं।