
अफगानिस्तान के हेरात प्रांत की मस्जिद में शुक्रवार को जुमे की नमाज के दौरान ब्लास्ट हो गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, तालिबान के सबसे बड़े धर्मगुरुओं में से एक मुल्ला मुजीब उर रहमान अंसारी समेत 14 लोगों की मौत हो गई है। जबकि, 200 लोग घायल बताए जा रहे हैं। सभी घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। तालिबान के अधिकारियों ने हेरात शहर में मस्जिद में हुए विस्फोट की पुष्टि की है।
दो ब्लास्ट हुए
जानकारी के मुताबिक, गाजाघर की मस्जिद में दो ब्लास्ट हुए। पहला धामाका मस्जिद के अंदर की उस कतार में हुआ, जिसमें मौलवी मुजीब रहमान शामिल था, जबकि दूसरा फिदायीन हमला मस्जिद के बाहर हुआ। माना जा रहा है कि ये फिदायीन हमला था और इसमें दो लोग शामिल थे।
ब्लास्ट के पीछे कारण ?
हेरात की मस्जिद में हुए धमाके के पीछे के कारण का पता लगाया जा रहा है। कहा जा रहा है कि जिस इमाम की धमाके में मौत हो गई, उसे सुनने के लिए भारी संख्या में लोग पहुंचते थे। क्योंकि आज जुमे की नमाज का मौका था, इसलिए मस्जिद में बड़ी तादाद में लोग मौजूद थे।
ISIS के खुरासान ग्रुप का हाथ
जानकारी के मुताबिक, इस हमले के पीछे ISIS के खुरासान ग्रुप (ISKP) का हाथ है। तालिबान ने अब तक इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी है।
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— Peoples Samachar (@psamachar1) September 2, 2022