
हर्षित चौरसिया-जबलपुर। कुछ माह पहले देवास वनमंडल के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्र में एक गंभीर बीमारी का शिकार होने के बाद तेंदुए का रेस्क्यू करने के बाद उसे पूरी तरह स्वस्थ होने के लिए बाड़े में रखा गया है। तेंदुए को खुले जंगल में छोड़ने से पहले वह फिट है या नहीं इसे देखने के लिए जबलपुर के वाइल्ड लाइफ एक्सपर्ट की टीम देवास पहुंची थी। टीम ने तेंदुए का स्वास्थ्य परीक्षण करने के बाद उसका ब्लड सैंपल भी लिया है। एक्सपर्ट की रिपोर्ट पर ही तेंदुए का भविष्य तय होगा।
यह वही तेंदुआ है, जिसके बीमार होने के बाद लोगों ने उसके साथ सेल्फी फोटो ली थी और वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल की थी। इसके बाद वन विभाग ने इस तेंदुए को रेस्क्यू कर देवास वनमंडल के खिवनी रेंज के अंतर्गत तैयार बाडे में उपचार के लिए रखा है।
विभागीय सूत्रों की मानें तो मुख्यालय इसे पूरी तरह से स्वस्थ होने पर खुले जंगल में छोड़ने पर विचार कर रहा है। इसके लिए इसका पूरी तरह से फिट होना जरूरी है, लिहाजा ब्लड सैंपल की जांच और स्वास्थ्य परीक्षण की रिपोर्ट आने के बाद इसका भविष्य तय होगा। जबलपुर की वेटरनरी यूनिवर्सिटी के वाइल्ड लाइफ सेंटर से डॉ. सोमेश सिंह, डॉ. काजल जाधव के साथ पीजी स्टूडेंट भी इसके स्वास्थ्य परीक्षण के लिए गए थे। टीम ब्लड सैंपल लेकर लौट चुकी है।
बुलाई गई थी टीम
देवास के खिवनी रेंज में जो तेंदुआ है , उसकी हेल्थ मॉनीटरिंग के लिए जबलपुर के वीयू से एक्सपर्ट की टीम बुलाई गई थी। टीम की रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। -बीएन अंबाडे, पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ मप्र