
शिवपुरी। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने चुनाव न लड़ने वाले बयान पर शुक्रवार को सफाई दी। बोले – मैंने कभी नहीं कहा कि चुनाव नहीं लड़ूंगा। उन्होंने कहा कि कल पत्रकारों के एक भोज में स्थानीय उम्मीदवारों की बात निकली। इस पर मैंने पत्रकारों से कहा कि सबसे ज्यादा परेशानी तो मुझे है, क्योंकि मैं छिंदवाड़ा (विधानसभा) का नहीं हूं, बल्कि छिंदवाड़ा जिले की सौसर विधानसभा से हूं। मेरा निवास सौसर विधानसभा में आता है। सौसर वाले मुझसे कहते हैं कि आप यहां से चुनाव क्यों नहीं लड़ते? मैं उनसे कहता हूं कि मेरी पहचान छिंदवाड़ा से है और कम ही लोगों ने सौसर का नाम सुना होगा। उन्होंने साफ किया मैं कुछ समय बाद तय करूंगा कि कहां से चुनाव लड़ना है। सौसर या छिंदवाड़ा से।
दरअसल गुरुवार को पत्रकारों के भोज के बीच से यह बात राजनीतिक गलियारों में फैल गई कि कमलनाथ चुनाव नहीं लड़ेंगे। देर शाम कांग्रेस ने इसका खंडन भी कर दिया। फिर भी इस बात की चर्चा दूत तक गई। इस पर कमलनाथ ने कहा कि मैंने यह बात उस संदर्भ में की थी, जब स्थानीय लोगों को टिकट देने की बात की गई।
#कमलनाथ ने चुनाव नहीं लड़ने की खबरों पर बताई सच्चाई। कहा- कभी नहीं कहा कि चुनाव नहीं लड़ूंगा। #शिवपुरी के पोहरी में पत्रकार वार्ता में बताया कहां से लड़ेंगे चुनाव।@OfficeOfKNath @INCMP @BJP4MP #MPNews #PeoplesUpdate pic.twitter.com/EOsIK6iD72
— Peoples Samachar (@psamachar1) February 10, 2023
जनता भाजपा के साथ होती तो…
कमलनाथ ने कहा- मैं अकेला भाजपा की विकास यात्रा को ‘निकास यात्रा’ नहीं मान रहा। प्रदेश की जनता भी ऐसा ही मानती है। उन्होंने कहा- कल मेरे निवास पर पत्रकारों का भोज आयोजित किया गया था। इस दौरान सभी पत्रकारों ने मुझे सच्चाई बताई। विकास यात्रा पर उन्होंने कहा- यह भाजपा की “निकास यात्रा” है। शासकीय पैसों का, संसाधनों का बड़े पैमाने पर दुरुपयोग करके यह यात्रा निकाली जा रही है। अगर जनता भाजपा के साथ होती तो उन्हें आज शासकीय धन और संसाधनों का दुरुपयोग नहीं करना पड़ता। नाटक-नौटंकी और मीडिया इवेंट करने से प्रदेश में निवेश नहीं आता। कुछ ही दिन पहले इंदौर में इन्वेस्टर मीट की गई। इससे पहले भी कई बार इसी तरह के आयोजन किए गए नतीजा यह है कि देश में आने वाले 100 रुपए के निवेश का मात्र 30 पैसे का निवेश मध्य प्रदेश में आता है।
215 महीने की भाजपा सरकार 15 माह का हिसाब मांग रही
कमलनाथ ने भाजपा द्वारा कामकाज का हिसाब मांगने पर कहा कि 215 महीने से प्रदेश में भाजपा की सरकार है। 190 महीने शिवराज सिंह मुख्यमंत्री हैं। हमारी सरकार 15 महीने रही, जिसमें से ढाई महीने लोकसभा चुनाव की आचार संहिता में चले गए, आज मुझसे 15 महीने का हिसाब मांगा जा रहा है।
सीएम फेस नहीं, मप्र को सुरक्षित रखना लक्ष्य
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर कोई नई बात नहीं की। मैंने स्वयं इस बात को कई बार दोहराया है कि मैं किसी पद का आकांक्षी नहीं हूं। मेरा लक्ष्य, मेरा सपना मध्यप्रदेश के भविष्य को सुरक्षित रखने का है। मैंने अपनी सारा जीवन, अपनी जवानी समर्पित कर दी मध्यप्रदेश के लिए। दूसरी पार्टियों से आने वाले नेताओं के संबंध में सवाल परर नाथ ने कहा- इस विषय में फैसला हमारा स्थानीय नेतृत्व करेगा। हम जिला स्तर के संगठन से चर्चा करके आगे फैसला लेंगे। यदि कोई आता है तो उसका स्वागत है, लेकिन टिकट देने का फैसला स्थानीय नेतृत्व और संगठन ही करेगा। मैं किसी को भी झूठे आश्वासन नहीं देता।