जबलपुर। सहारा इंड़िया द्वारा मैच्योरिटी के बाद भी निवेशकों को उनके पैसे वापस नहीं की शिकायत पर राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो EOW ने कार्रवाई की है। EOW जबलपुर की टीम ने गुरुवार को जबलपुर और कटनी में कंपनी के दफ्तरों में दबिश दी। निवेशकों की FIR की जांच के संबंध में टीम ने दस्तावेज जब्त किए। कुछ लाख रुपए से शुरू हुई जांच अब 25 हजार निवेशकों से 250 करोड़ रुपए तक पहुंच गई है। EOW अधिकारियों के मुताबिक जबलपुर में पहली बार सहारा प्रमुख सुब्रत राय के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
ईओडब्ल्यू से मिली जानकारी के मुताबिक 3 सितंबर को तीन एफआईआर गोरखपुर, रांझी और कटनी सहारा ब्रांच के खिलाफ दर्ज कराई गई थीं। इसमें सहारा ग्रुप के डायरेक्टर सुब्रत राय सहित कुछ अन्य लोगों को आरोपी बनाया गया है।
लोकायुक्त के अफसरों ने तीनों ब्रांच में ऐसे निवेशकों के दस्तावेजों की जांच की जिसकी मैच्योरिटी हो चुकी है और कंपनी ने भुगतान नहीं किया है। तीनों स्थानों से दस्तावेज जब्त किए गए हैं। सहारा इंडिया की जिन तीन ब्रांच पर कार्रवाई की गई है वहां से लगभग 25 हजार निवेशकों की जानकारी मिली है। जानकारी के अनुसार कई की परिपक्वता अवधि पूरी हुए 6 महीने से 1 साल तक हो चुके हैं लेकिन पेमेंट नहीं किया गया है। पेमेंट लेने पहुंचे लोगों को ठीक जवाब नहीं दिया जाता है।