ताजा खबरभोपालमध्य प्रदेश

चुनावी साल में दलबदल का दौर- BJP-सपा के बड़े नेताओं ने थामा कांग्रेस का दामन, शक्ति-प्रदर्शन के जरिए एंट्री के साथ रखी टिकट की डिमांड

भोपाल। प्रदेश में कांग्रेस के नजरिए से शनिवार का दिन यादगार बन सकता है। पीसीसी में कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ के बीच प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में धार के बदनावर से भाजपा के पूर्व विधायक और सीनियर लीडर भंवर सिंह शेखावत, बुंदेलखंड के कद्दावर राजनैतिक परिवार से आने वाले और दो बार झांसी से सांसद रहे गुड्डू राजा बुंदेला, शिवपुरी की कोलारस सीट से बीजेपी के दो बार विधायक रहे वीरेंद्र रघुवंशी, पूर्व गृह मंत्री उमाशंकर गुप्ता के भांजे डॉ. आशीष अग्रवाल, गुना की महिला नेत्री अंशु रघुवंशी ने कांग्रेस का दामन थाम लिया।

दिन भर चला शक्ति प्रदर्शन का दौर

पीसीसी पर दिन भर शक्कि प्रदर्शन का दौर चलता रहा। पार्टी के तमाम आला नेतों के साथ ही प्रदेश प्रभारी रणदीप सुरजेवाला और स्क्रीनिंग कमेटी के मुखिया भंवर जितेंद्र सिंह भी मौजूद थे, लिहाजा दावेदारों ने खुद की ताकत दिखाने के लिए हर संभव कोशिश की। इस दौरान कांग्रेस में शामिल होने वाले तमाम आला नेताओं के हजारों समर्थक भी पीसीसी पहुंचे और अपने नेताओं के पक्ष में नारेबाजी करते हुए माहौल बनाने की कोशिश की। खासतौर पर गुड्डू राजा बुंदेला तो अपने समर्थकों को एक हजार वाहनों में साथ लेकर पीसीसी पहुंचे थे, जिसके कारण पीसीसी के बाहर तकरीबन तीन घंटे तक जाम जैसे हालात बने रहे। इस दौरान समर्थक अपने नेताओं और कांग्रेस के झंडे लहराते रहे।

                                                                                                                                        फोटो – तरुण यादव

बड़ी बैठकों का दौर शुरू, टिकटों पर मंथन

कमलनाथ के नेतृत्व में प्रभारियों और अध्यक्षों की शनिवार को बड़ी बैठक के साथ पार्टी की चुनावी तैयारियां जोर पकड़ने लगी हैं। इस दौरान केंद्रीय मंत्री एवं प्रभारी महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला, स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष भंवर जितेंद्र सिंह समेत कमेटी के तमाम सदस्य मौजूद रहे। इस घटनाक्रम के बीच पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी पीसीसी पहुंचे, लेकिन उन्होंने बैठक में हिस्सा नहीं लिया।

पहली सूची जल्द आने के आसार

बैठक में कांग्रेस द्वारा किए गए सर्वे के आधार पर उम्मीदवारों के नामों पर गहन मंथन शुरू हुआ। पूर्व केंद्रीय मंत्री और सोनकच्छ से कांग्रेस विधायक सज्जन सिंह वर्मा के मुताबिक स्क्रीनिंग कमेटी 3 दिनों तक सर्वे पर गहन मंथन कर उम्मीदवारों की पहली सूची जारी करेगी। वर्मा ने नाम लिए बिना ज्योतिरादित्य सिंधिया पर निशाना साधते हुए कहा कि जिन लोगों ने कांग्रेस से गद्दारी की है, उनकी कांग्रेस में अब कोई जगह नहीं है।

फोटो – तरुण यादव

वायरल सूची पर बोले कमलनाथ

बैठक के दौरान कांग्रेस के जिला अध्यक्षों को आरोप पत्र की सूची दी गई। पार्टी का प्लान है कि हर विधानसभा में 50-50 हजार आरोप पत्र वितरित किए जाने हैं। वायरल कांग्रेस उम्मीदवारों की सूची को फर्जी बताते हुए कमलनाथ ने साफ कह दिया कि उनकी तरफ से कोई भी सूची जारी नहीं की गई है और जिन नामों पर प्रभारी और अध्यक्ष निर्णय लेंगे, उन्हें ही उम्मीदवार बनाया जाएगा। इस दौरान पार्टी में शामिल हुए तमाम नेताओं और नेत्रियों ने कांग्रेस के साथ जन्म-जन्मांतर के बंधन का दावा भी किया। हालांकि सभी ने एक सुर में कहा कि वे किसी पद के लालच में पार्टी में शामिल नहीं हुए हैं, लेकिन भरोसेमंद सूत्रों के मुताबिक आज शामिल होने वाले अधिकांश दिग्गजों को पार्टी ने टिकट देने का वचन दे दिया है।

आज कांग्रेस में शामिल हुए नेताओं का सियासी सफर

भंवर सिंह शेखावत – मालवा अंचल में जनसंघ से अपना सफर शुरू किया था। बीजेपी को इस क्षेत्र में पहचान दिलाने वालों में शामिल। इंदौर निवासी लेकिन धार जिले की बदनावर से लड़ते रहे चुनाव। सहकारिता के जानकार, अपेक्स बैंक के मुखिया भी रहे। सिंधिया समर्थक राजवर्धन सिंह दत्तीगांव के बीजेपी में आने के बाद से हाशिए पर। भाजपा छोड़ने से पहले कई बार पार्टी नेताओं और सीएम ने मनाया, आखिरकार छोड़ी पार्टी।

ललितपुर से गुड्डू राजा बुंदेला – सुजान सिंह बुंदेला परिवार के वंशज। एक दौर में इनके परिवार का ललितपुर और झांसी के साथ पूरे बुंदेलखंड अंचल में दबदबा था। इंदिरा गांधी सुजान सिंह बुंदेला को खुद राखी बांधती थीं। गुड्डू राजा बुंदेला भी कांग्रेस में थे, बाद में बीएसपी और सपा में भी रहे। अब सागर जिले की खुरई सीट से कांग्रेस के संभावित उम्मीदवार।

वीरेंद्र रघुवंशी – शिवपुरी जिले की कोलारस विधानसभा सीट से दो बार के बीजेपी विधायक रहे वीरेंद्र रघुवंशी ने पिछले सप्ताह ही बीजेपी छोड़ी। कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए थे। 2006 में कांग्रेस से विधायक रहे रघुवंशी 2008 और 2013 का चुनाव हारे थे। 2018 में मामूली वोटों से जीते अब कोलारस के बजाय शिवपुरी सीट से हो सकते हैं कांग्रेस उम्मीदवार, पहले सिंधिया समर्थक अब विरोधी।

फोटो – तरुण यादव

आशीष अग्रवाल गोलू – ये प्रदेश में जनसंघ के संस्थापकों में से एक स्वर्गीय नारायण प्रसाद गुप्ता के नाती, जिन्हें नन्ना के नाम से पहचाना जाता था। पूर्व गृह मंत्री और बीजेपी नेता उमाशंकर गुप्ता के सगे भांजे और बीजेपी की आईटी सेल के पूर्व प्रदेश सह संयोजक, एक किताब भी लिख चुके हैं, अब पार्टी से मोहभंग।

अंशु रघुवंशी गुना – पूर्व विधायक और मंडी अध्यक्ष रहे देवेंद्र रघुवंशी की बेटी अंशु, अखिल भारतीय रघुवंशी क्षत्रिय महासभा महिला इकाई की प्रांतीय अध्यक्ष भी रहीं, चर्चित प्रीति रघुवंशी केस मे लगे थे आरोपियों से समझौते के लिए पीड़ित परिवार पर दवाब डालने का आरोप, सिंधिया समर्थक रहीं, लेकिन अब मोहभंग।

https://twitter.com/psamachar1/status/1697860663199076353?s=20

(इनपुट – विवेक राठौर)

ये भी पढ़ें- ‘One Nation, One Election’ : वीडी शर्मा बोले- वन नेशन, वन इलेक्शन हो… कमलनाथ ने कहा- संविधान संशोधन का विषय, इसमें राज्यों की अनुमति अनिवार्य

संबंधित खबरें...

Back to top button